नयी दिल्ली, 27 फरवरी भारतीय मुक्केबाज दीपक कुमार (52 किग्रा) को शनिवार को बुल्गारिया के सोफिया में चल रहे 72वें स्ट्रांजा मेमोरियल मुक्केबाजी टूर्नामेंट के फाइनल में हार के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
एशियाई रजत पदक विजेता दीपक स्थानीय मुक्केबाज और यूरोपीय चैम्पियनशिप के दो बार के स्वर्ण पदक विजेता डेनियल असेनोव से करीबी मुकाबले में खंडित फैसले से हार गये।
इस भारतीय मुक्केबाज ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में ओलंपिक और विश्व चैम्पियन शखोबिदिन जोइरोव को हराकर उलटफेर किया था।
फाइनल के पहले दौर में बुल्गारिया का मुक्केबाज दीपक पर भारी दिखा जिसने अपना बचाव करने के साथ जवाबी हमले भी किये। असेनोव के ‘हाई गार्ड’ के कारण दीपक सही पंच लगाने में जूझते दिखे।
दीपक ने दूसरे दौर में शानदार वापसी की और बेहतर रक्षात्मक खेल दिखाया लेकिन जजों ने असेनोव के पक्ष में फैसला दिया।
आखिरी तीन मिनट के खेल में दीपक पूरी तरह हावी दिखे। उन्होंने विरोधी खिलाड़ी के हमले का बचाव करते हुए शानदार पंच लगाये।
भारतीय सेना के नायब सूबेदार दीपक इंडिया ओपन के स्वर्ण पदक विजेता है।
इससे पहले नवीन बूरा (69 किग्रा) को एशियाई खेलों के स्वर्ण पदकधारी उज्बेकिस्तान के बोबो-उसमोन बातुरोव से सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
टूर्नामेंट में भारत का सफर दो पदक के साथ खत्म हुआ जो पिछले टूर्नामेंट से एक पदक कम है।
भारत की कोई भी महिला मुक्केबाज क्वार्टर फाइनल दौर से आगे नहीं बढ़ सकी।
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