CWG 2022: भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। चानू ने कमाल कर दिया। 2022 में गोल्ड पर कब्जा कर लिया। चानू ने कुल 201 किलोग्राम वजन उठाया। इसके साथ गेम रिकॉर्ड बनाया। 2014 और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में इसी भार वर्ग (49 kg) में क्रमश: रजत और स्वर्ण पदक जीती थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी। पीएम ने ट्वीट कर कहा कि आपने देश को गौरवान्वित किया। यह असाधारण उपलब्धि है। देश को गर्व है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीराबाई चानू की शानदार जीत पर खुशी व्यक्त की। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने मीराबाई चानू को उनकी जीत पर बधाई दी।
इसके बाद उन्होंने ओलंपिक में रजत पदक, एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य और एक विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। चानू का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 207 किग्रा (88 किग्रा +119 किग्रा) का है, जो नाइजीरिया की स्टेला किंग्सले से बेहतर है, जो उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी हैं और वह अब तक 168 किग्रा (72 किग्रा + 96 किग्रा) का ही वजन उठा सकी हैं।
चानू को 49 किग्रा भार वर्ग में काफी सफलता मिली, जिनमें पिछले साल टोक्यो ओलंपिक खेलों का रजत पदक भी शामिल है। उन्होंने इस भार वर्ग में क्लीन एवं जर्क में विश्व रिकार्ड भी बना रखा है। इससे पहले वह 48 किग्रा में भाग लेती थी, जिसमें उन्होंने 2017 में विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
युवा संकेत महादेव सरगर ने रजत, जबकि गुरुराजा पुजारी ने कांस्य पदक जीता। जिससे भारोत्तोलकों ने राष्ट्रमंडल खेलों की पदक तालिका में भारत का खाता खोला। 55 किलो स्पर्धा में महाराष्ट्र के सांगली जिले के 21 वर्ष के सरगर स्वर्ण पदक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन क्लीन एंड जर्क में दो प्रयास नाकाम रहने से वह एक किलो से चूक गए।
उन्होंने 248 किलो (113 और 135 किलो) वजन उठाकर रजत पदक जीता। भारोत्तोलक गुरुराजा ने 61 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतकर भारत की पदकों की संख्या बढ़ायी। गोल्ड कोस्ट 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता गुरुराजा ने 269 किग्रा (118 किग्रा + 151 किग्रा) के कुल वजन से तीसरा स्थान हासिल किया। पिछली बार भारत ने भारोत्तोलन में पांच स्वर्ण समेत नौ पदक जीते थे।