बर्मिंघम: भारतीय महिला हॉकी टीम ने इंग्लैंड के बर्मिंघम में जारी राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीत लिया है। महिला टीम ने कांस्य पदक के लिए हुए मैच में रविवार को न्यूजीलैंड को हराया। इस मुकाबले में निर्धारित समय खत्म होने तक स्कोर 1-1 से बराबरी पर था।
इसके बाद फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ जिसमें भारतीय महिलाओं ने 2-1 से बाजी मार ली। बता दें कि भारतीय महिला हॉकी टीम कल रोमांचक सेमीफाइनल में शूटआउट में आस्ट्रेलिया से 0-3 से हार गई थी। इसके बाद टीम से फैंस को कांस्य पदक की उम्मीद थी।
भारतीय टीम मैच के आखिरी मिनट तक 1-0 से आगे चल रही थी लेकिन आखिरी 30 सेकेंड से भी कम समय में उसने विरोधी टीम को पेनल्टी कॉर्नर दे दिया। यह पेनल्टी स्ट्रोक में बदला और ओलीविया मेरी ने न्यूजीलैंड को बराबरी दिला दी जिसके बाद मुकाबला शूट आउट में खिंच गया।
भारत ने शूट आउट में धैर्य बरकरार रखते हुए जीत दर्ज की। विवादास्पद सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल तोड़ने वाली हार के बाद इस मुकाबले में खेल रही भारतीय टीम ने पूरे मैच के दौरान बेहतर प्रदर्शन किया और पदक अपने नाम किया।
सलीमा टेटे के गोल की बदौलत भारत मध्यांतर तक 1-0 से आगे था। ब्रेक के बाद नेहा गोयल ने टीम की बढ़त को लगभग दोगुना कर दिया था लेकिन न्यूजीलैंड ने अपनी रक्षापंक्ति के अच्छे प्रदर्शन की बदौलत भारत को अपनी स्थिति मजबूत नहीं करने दी।
भारतीय महिला टीम ने इससे पहले आखिरी बार 2006 के कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं, 2002 के राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय महिलाओं ने गोल्ड मेडल जीता था। ऐसे में 16 साल के बाद फिर से भारतीय महिला हॉकी टीम के पास राष्ट्रमंडल खेलों में एक पदक आया है।
(भाषा इनपुट)