नई दिल्लीः भारतीय पहलवानों द्वारा विरोध का सामना कर रहे कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को कहा कि जंतर-मंतर पर न्याय नहीं मिलता है। न्याय के लिए अदालत जाना चाहिए, पुलिस के पास जाना चाहिए लेकिन उन्होंने अबतक ऐसा नहीं किया है।
बृजभूषण सिंह ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को एक विशेष अखाड़े से संबंधित होने का आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा के 90 प्रतिशत एथलीट और अभिभावक भारतीय कुश्ती महासंघ पर भरोसा करते हैं। उन्होंने कहा, कुछ परिवार और लड़कियां जिन्होंने आरोप लगाए हैं, वे एक ही 'अखाड़े' से संबंधित हैं। जिसके संरक्षक दीपेंद्र हुड्डा हैं।
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ने कहा कि कल बजरंग पुनिया ने सवाल किया कि उन्हें कैसे पता चला कि हम एक ही अखाड़े के हैं? तो हमें ही नहीं पूरी दुनिया को पता है, महादेव एकेडेमी रेसलिंग की ही सारी लड़कियां हैं। ये मोदी के विरोध में बोला जा रहा है। बृजभूषण ने कहा कि जो बोल रहे हैं, जिनके सामने बोला जा रहा है, वे सारे रेलवे के अधिकारी, कर्मचारी हैं।
बृजभूषण ने कहा कि आपको जंतर मंतर से न्याय नहीं मिलता है। यदि आप न्याय चाहते हैं, तो आपको पुलिस, अदालत जाना होगा। उन्होंने अब तक ऐसा कभी नहीं किया। अब वे अदालत गए हैं, अदालत जो भी फैसला करेगी हम उसे स्वीकार करेंगे।
महिला पहलवानों द्वारा बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को दो प्राथमिकी दर्ज कीं। वहीं इस पर सिसायत भी शुरू हो चुकी है। आम आदमी पार्टी से लेकर कांग्रेस के नेता धरनास्थल पर पहुंच रहे हैं और पहलवानों को अपना समर्थन दे रहे हैं। विपक्ष बृजभूषण को इस्तीफा देने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग कर रहा है।
धरने पर बैठे पहलवानों के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने शनिवार को कहा कि इस्तीफा देना उनके लिए कोई बहुत बड़ी बात नहीं है, किन्तु वह अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं देंगे । विश्नोहरपुर स्थित अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में बृजभूषण ने कहा ,‘‘मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं । मुझे सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली पुलिस पर पूरा भरोसा है। मैं हर तरह की जांच का सामना करने को तैयार हूं। किन्तु मैं अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा।''
कांग्रेस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे पहलवानों से शनिवार को मुलाकात कर उनके प्रति समर्थन जताया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार एक बाहुबली और माफिया के सामने नतमस्तक हो गई है। प्रियंका ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार सिंह को बचा रही है।