Asian Games: 2 साल पहले रेप के आरोप के बाद गंवा दी थी नौकरी, अब एशियन गेम्स में जीता सिल्वर मेडल
By सुमित राय | Published: August 22, 2018 11:34 AM2018-08-22T11:34:10+5:302018-08-22T11:34:10+5:30
इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में खेले जा रहे 18वें एशियन गेम्स की शूटिंग प्रतियोगिता में भारत के संजीव राजपूत ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
पालेमबांग, 22 अगस्त। इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में खेले जा रहे 18वें एशियन गेम्स की शूटिंग प्रतियोगिता में भारत के संजीव राजपूत ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। संदीप ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल-3 पोजिशन स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीतकर देश का नाम रौशन किया।
संजीव के लिए एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने की राह आसान नहीं थी। जीवन की चुनौतियों से जूझ रहे भारतीय निशानेबाज संजीव राजपूत ने कहा कि वह जब खेल रहे होते हैं तब अपने व्यक्तिगत संघर्ष को पूरी तरह भुला देते हैं और इसी चीज ने पिछले छह महीने में दो बड़े पदक जीतने में मदद की।
बता दें कि नौ सेना में कार्यरत संजीव पर साल 2016 एक महिला निशानेबाज ने राजपूत के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद उनकी नौकरी चली गई थी और उनकी जिंदगी पहले जैसी नहीं रही। हालांकि संजीव ने आरोपों से इनकार किया था।
निशानेबाजी मुख्य रूप से मानसिक ताकत का खेल है और अदालत में चल रहे मामले ने राजपूत को शुरूआत में काफी प्रभावित किया था, लेकिन अब ऐसा नहीं है।
सिल्वर मेडल जीतने के बाद संजीव ने कहा कि व्यक्तिगत समस्याएं अब भी बनी हुई हैं, लेकिन मैं खुद पर ध्यान दे सकता हूं, अपना पूरा ध्यान निशानेबाजी पर लगा सकता हूं। मैं पहले ऐसा नहीं कर पा रहा था, लेकिन अब निशानेबाजी करते समय मैं खुद को तमाम चीजों से अलग कर लेता हूं। मेरा मानना है कि अगर आप सच्चे हैं तो आप आगे बढ़ते रहेंगे।
वह पिछले 12 महीने से ज्यादा समय से बेरोजगार हैं और इसके बावजूद वह पदक जीतने में सफल रहे। 19 साल नौसेना में सेवा देने के बाद राजपूत भारतीय खेल प्राधिकरण में सहायक कोच के पद पर काम कर रहे थे, जब पिछले साल उन्हें नौकरी से हटा दिया गया। तब से उनकी एकमात्र आय नौसेना से मिलने वाली मासिक पेंशन है। अब इस प्रदर्शन के बाद राजपूत में फिर से नौकरी की आस जगी है।
37 साल के संजीव राजपूत ने अप्रैल में कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीता था और अब एशियन गेम्स में 50 मीटर रायफल थ्री पोजिशन में एशियाई खेलों का सिल्वर मेडल अपने नाम किया है।