एशियन गेम्स के सातवें दिन तजिंदरपाल सिंह ने दिलाया भारत को सातवां गोल्ड, जानिए कैसा रहा पूरे दिन का हाल
By विनीत कुमार | Updated: August 25, 2018 23:05 IST2018-08-25T23:05:24+5:302018-08-25T23:05:24+5:30
बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स में मिली निराशा के बाद विमेंस सिंगल्स में पीवी सिंधु और साइना नेहवाल ने भारतीय उम्मीदों को जिंदा रखा है।

तेजिंदरपाल सिंह
जकार्ता, 25 अगस्त: इंडोनेशिया में जारी 18वें एशियन गेम्स के सातवें दिन भारत के लिहाज से अच्छी नहीं रही लेकिन स्क्वैश के तीन ब्रॉन्ज और फिर शाम ढलते-ढलते तजिंदरपाल सिंह तूर के गोल्ड मेडल ने काफी कुछ बदल दिया। सातवें के खेल खत्म होने तक भारत पदक तालिका में 7 गोल्ड सहित 29 मेडल के साथ 8वें स्थान पर है।
एथलेटिक्स में खुला खाता
तजिंदरपाल ने एथलेटिक्स में भारत के लिए मेडल का खाता खोला। उन्होंने पुरुषों से शॉट पुट में रिकॉर्ड 20.75 मीटर की दूरी पर गोला फेंककर सोना जीता और राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया। यह एशियाई खेलों का रिकॉर्ड भी है। तजिंदरपाल ने ओम प्रकाश करहाना के नाम पर दर्ज 20.69 मीटर का छह साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। तेजिंदर मैदान में सबसे ताकतवर दावेदार के तौर पर उतरे थे और इन उम्मीदों पर खरे उतरे।
पंजाब के इस 23 साल के एथलीट ने पंजाब के खिलाड़ी ने पहले और चौथे प्रयास में 19.96 मीटर की दूरी पर गोला फेंका जबकि अपने पांचवें प्रयास में 20.75 मीटर की दूरी हासिल की। दूसरी ओर पुरुषों के 400 मीटर के फाइनल में मोहम्मद अनस और राजीव अरोकिया भी जगह बनाने में सफल रहे और मेडल की उम्मीद भी बाकी रखी है। दूती चंद भी अपना हीट जीतकर महिलाओं के 100 मीटर से सेमीफाइनल में जगह बनाने में काम रहीं।
स्क्वैश से तीन ब्रॉन्ज मेडल
भारत की दीपिका पल्लीकल कार्तिक और जोशना चिनप्पा को 18वें एशियाई खेलों की स्क्वैश स्पर्धा के महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल में अपने प्रतिद्वंद्वियों से मिली शिकस्त से कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। साथ ही मेंस सिंगल्स के सेमीफाइनल में भी सौरभ घोषाल हार गये।
दीपिका को मलेशियाई धुरंधर और दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी और तीन बार की चैम्पियन निकोल डेविड ने सेमीफाइनल में 3-0 (11-7, 11-9, 11-6) से हराया जबकि जोशना को मलेशिया की सिवासांगरी सुब्रमण्यम से 1-3 (10-12 6-11 11-9 7-11) से हार मिली। पुरुष वर्ग के सेमीफाइनल में सौरभ घोषाल को हांगकांग के यु चुन मिंग से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
एशियन गेम्स में स्क्वैश के व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले इंचियोन में दीपिका ने ब्रॉन्ज और सौरभ ने सिल्वर मेडल जीता था।
बैडमिंटन में सिंधु-साइना पर दारोमदार
मेंस सिंगल्स में मिली निराशा के बाद विमेंस सिंगल्स में पीवी सिंधु और साइना नेहवाल ने भारतीय उम्मीदों को जिंदा रखा है। साइना ने राउंड ऑफ 16 के मुकाबले में डोनेशिया की फितरियानी को 21-6, 21-14 से हराकर क्वॉर्टर फाइनल में जगह बनाई। साइना ने ये मैच आसानी से 31 मिनट में जीता। इसके बाद महिला एकल के एक अन्य मैच में सिंधु ने इंडोनेशिया की ही ग्रेगोरिया मार्सिका तुंनजुंग को 34 मिनट चले मुकाबले में 21-12, 21-15 से हराया।
हालांकि, मेंस और विमेंस डबल्स में भारत को निराशा हाथ लगी। पुरुष डबल्स में सात्विक रानकीरेड्डी और चिराग शेट्टी सहित मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी को राउंड ऑफ 16 में हारकर बाहर होना पड़ा। वहीं, अश्विनी पोनप्पा और एन. सिक्की रेड्डी की महिला जोड़ी को क्वॉर्टर फाइनल में हार मिली।
शूटिंग और तीरंदाजी में निराशा
भारत के लिए 7वां दिन शूटिंग और तीरंदाजी के लिहाज से अच्छा नहीं रहा। पुरुषों के 25 मीटर रेपिड फायर पिस्टल में अनीश भनवाला से मेडल की काफी उम्मीदें थी। हालांकि, ऐसा नहीं हो सका। 15 साल अनीश कॉमनवेल्थ गेम्स में इस साल गोल्ड मेडल जीतने में सफल रहे थे। तीरंदाजी में भी भारत को निराशा हाथ लगी। रिकर्व टीम इंवेंट में पुरुष और महिला दोनों वर्गों के क्वॉर्टर फाइनल से बाहर होना पड़ा।
तीरंदाजी के व्यक्तिगत रिकर्व इवेंट में खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय महिला टीम इसी स्पर्धा में चीनी ताइपे से 2-6 से हारी जबकि पुरुष टीम को कोरिया ने हराया।
महिला बॉक्सिंग में जरूर 31 साल की पवित्र (60 किलोग्राम) पाकिस्तान की रुखसाना परवीन को हराकर क्वॉर्टर फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहीं। वेटलिफ्टिंग में विकास ठाकुर ने निराश किया। कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज जीतने वाले विकास 94 किलोग्राम वर्ग में 8वें स्थान पर रहें। इन सबके बीच वहीं ब्रिज में पुरुष टीम और मिक्स्ड टीम ने सेमीफाइनल में पहुंचते हुए दो मेडल पक्के कर दिए हैं।