वाट्सएप्प पर वायरल हुए टीए बटालियन में भर्ती के फर्जी मैसेज ने कोहराम मचा दिया. विदर्भ के अलावा राज्य के दूरदराज इलाकों से सैकड़ों की तादाद में युवा नागपुर स्थित एरिया रिक्रूटमेंट ऑफिस (एआरओ) में पहुंच गए. खबर लिखे जाने तक नागपुर रेलवे स्टेशन पर भर्ती के फर्जी मैसेज को पढ़कर युवाओं के आने का सिलसिला जारी था.
फर्जी मैसेज के मुताबिक नागपुर स्थित टीए बटालियन में जनरल ड्यूटी (जीडी) के 200 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया 27 दिसंबर को आयोजित की गई है. भर्ती प्रक्रिया सुबह 5 बजे से शुरू हो जाएगी. इस फर्जी मैसेज में आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी दी गई थी.
भर्ती का फर्जी मैसेज तीन तरह से तैयार किया गया था ताकि युवाओं को भरोसा हो जाए कि मैसेज सही है. इस फर्जी मैसेज के अंत में इसे अन्य ग्रुप में भी शेयर करने को कहा गया ताकि बड़ी संख्या में युवा भर्ती में हिस्सा ले सकें. मैसेज कहां से तैयार किया गया, किस तरह से इसे वायरल किया गया, यह अभी रहस्य बना हुआ है.
यहां पहुंचने तक युवाओं को मैसेज के फर्जी होने की कोई जानकारी नहीं थी. वे मैसेज की पुष्टि किए बिना ही नागपुर के लिए घर से निकल गए. सोलापुर, कोल्हापुर, औरंगाबाद, नांदेड़, पुणे, जलगांव, भुसावल आदि स्थानों से युवा शाम 6 बजे ही नागपुर पहुंच गए. इसके बाद विदर्भ के अन्य स्थानों से युवाओं के पहुंचने का सिलसिला जारी था. युवाओं की संख्या बढ़ने व किसी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए पुलिस को बुलाया गया. खबर लिखे जाने तक सैकड़ों युवक एआरओ के समक्ष जमा थे.
कोई मैसेज नहीं भेजा गया
इस बीच रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क कार्यालय (डिफेंस विंग) के जनसंपर्क अधिकारी बसंतकुमार पांडे ने स्पष्ट किया कि एआरओ या टीए बटालियन की ओर से ऐसी किसी भर्ती प्रक्रिया का मैसेज युवाओं को नहीं भेजा गया. यहां किसी तरह की कोई भर्ती प्रक्रिया आयोजित नहीं की गई है.