Maharashtra Assembly Election 2019: हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरेंगे 68 विधायक, विरोधी दल कर रहे हैं मोर्चाबंदी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: September 25, 2019 08:27 IST2019-09-25T08:02:33+5:302019-09-25T08:27:10+5:30
पिछले चुनाव में महाराष्ट्र विधानसभा में 288 विधायकों में से 68 विधायक दूसरी बार चुनाव जीतकर पहुंचे थे. इनमें से तीन-चार को छोड़कर बाकी की उम्मीदवारी निश्चित मानी जा रही है और इन नेताओं ने हैट्रिक लगाने के लिए कमर भी कस ली है.

Maharashtra Assembly Election 2019: हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरेंगे 68 विधायक, विरोधी दलों कर रहे हैं मोर्चाबंदी
पोपट पवार कोल्हापुर.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 68 विधायक अपनी हैट्रिक लगाने की तैयारी के साथ मैदान में उतरेंगे. इन उम्मीदवारों को तीसरी बार विधानसभा पहुंचने से रोकने के लिए विरोधी दल मोर्चाबंदी कर रहे हैं. विशेष बात यह है कि हैट्रिक लगाने वाले कई नेताओं में मंत्री भी शामिल हैं जिनका विजय रथ आगे बढ़ेगा या नहीं इस पर पूरे राज्य की नजर है.
पिछले चुनाव में महाराष्ट्र विधानसभा में 288 विधायकों में से 68 विधायक दूसरी बार चुनाव जीतकर पहुंचे थे. इनमें से तीन-चार को छोड़कर बाकी की उम्मीदवारी निश्चित मानी जा रही है और इन नेताओं ने हैट्रिक लगाने के लिए कमर भी कस ली है. हैट्रिक की तैयारी करने वालों सर्वाधिक 24 विधायक भाजपा के हैं. वहीं शिवसेना के 16, कांग्रेस के 12, राकांपा के 5, बहुजन विकास आघाड़ी (बीवीए), भारिप, शेकाप और निर्दलीय से एक-एक विधायक हैं.
खास बात यह है कि कांग्रेस और राकांपा छोड़कर भाजपा या शिवसेना का दामन थामने वाले ऐसे 6 विधायक हैं जो तीसरी बार विधानसभा पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं. ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे अपने परली विधानसभा क्षेत्र से दो बार जीत का स्वाद चख चुकी हैं. पिछले चुनाव में उनके भाई के विरोध में खड़े होने के बाद परली में मुकाबला रोचक हो गया था. लेकिन इस बार राकांपा के प्रत्याशी धनंजय मुंडे ने अपनी बहन पंकजा की तीसरी जीत को रोकने के लिए कमर कस ली है. धनंजय की विजय तय करने के लिए राकांपा ने भी उनका जबरदस्त सहयोग किया है.
उधर विलासराव देशमुख के निधन के बाद कांग्रेस का गढ़ बाभूलगांव कमजोर पड़ चुका है. लेकिन लातूर शहर की विधानसभा सीट पर अमित देशमुख पिछले दो चुनावों में अपना परचम फहराकर कांग्रेस को मजबूत बनाने में जुटे रहे. लेकिन अब अमित की हैट्रिक को रोकने के लिए भाजपा ने अमित के खिलाफ शिवाजीराव पाटिल-कव्हेकर के बेटे अजीत को इस सीट से उतारने का निर्णय किया है. सत्ताधारी दल की विरोधी पार्टी राकांपा के नेता और कलवा मुंब्रा सीट से विधायक जितेंद्र आव्हाड़ के लिए इस बार जीत की राह उतनी आसान नहीं होगी.
भाजपा-शिवसेना के बीच समझौता लगभग तय है और इस सीट से भाजपा के गणोश नाईक को जितेंद्र को उनकी होमपिच पर हैट्रिक बनाने से रोकने के लिए चुनाव मैदान में उतारे जाने की संभावना है.
वहीं कजर्त जामखेड़ सीट पर इस बार रोचक मुकाबला होने की संभावना है.यहां से शरद पवार के नाती रोहित पवार के चुनाव मैदान में उतर रहे हैं. इस सीट पर रोहित को मंत्री राम शिंदे की हैट्रिक रोकने के लिए राकांपा ने अच्छी तैयारी की है. शिवसेना के नेता और राज्य मंत्री विजय शिवतारे को पुंरदर सीट पर तीसरी बार जीतने से रोकने के लिए राकांपा ने कमर कस ली है.