मुम्बई में हरियाली भरे क्षेत्र आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाली याचिकाएं उच्च न्यायालय से खारिज होने होने के कुछ ही घंटे बाद कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने पेड़ काटना शुरू कर दिया है। पेड़ों की कटाई के विरोध में प्रदर्शन कर रहे करीब 100 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। शिवसेना की युवा विंग के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कई ट्वीट के जरिए महाराष्ट्र सरकार के फैसले पर अपनी नाराजगी जताई।
आदित्य ठाकरे ने लिखा कि जिस तरह से मुंबई मेट्रो-3 के नाम पर पेड़ों को धूर्तता से काटा जा रहा है, वह शर्मनाक और गलत है। यह कैसा रहेगा अगर इन अधिकारियों की नियुक्ति पीओके में कर दी जाए और वे पेड़ों की जगह आतंकी शिविरों को तबाह करें।
एक अन्य ट्वीट में आदित्य ठाकरे ने कहा कि बहुत से पर्यावरणविद् और शिवसेना के स्थानीय सदस्यों ने पेड़ों के काटे जाने का विरोध किया है। जिस तरह से वहां पुलिस मौजूद है, मुंबई मेट्रो-3 वह सबकुछ तबाह कर रही है, जिसे भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कहा है।
दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जिन 2600 से अधिक पेड़ों को काटा जाना है, उनमें से 200 पेड़ शुक्रवार को काट डाले गये। सोशल मीडिया पर पेड़ों को काटने का वीडियो वायरल हो गया लेकिन मुम्बई मेट्रो रेल निगम के अधिकारियों से अब तक इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है कि वाकई नियोजित मेट्रो कार शेड के लिए पेड़ों की कटाई शुरू हो गयी है।
प्रस्तावित कार शेड स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं क्योंकि शुक्रवार देर रात सैकड़ों लोग पेड़ों को काटने से रोकने के लिए पहुंच गये थे। कई ट्वीट कर इस मुद्दे पर महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार और बृहन्मुम्बई महानगरपालिका की निंदा की गयी है।