"सपा मध्य प्रदेश चुनाव में महिलाओं को देगी 20 फीसदी टिकट", अखिलेश यादव ने भाजपा की नियत पर खड़े किये सवाल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 28, 2023 11:08 AM2023-09-28T11:08:20+5:302023-09-28T11:11:55+5:30
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ऐलान किया है कि वो मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा का 20 फीसदी टिकट महिलाओं के लिए रिजर्व कर रहे हैं।
रीवा: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीते बुधवार को ऐलान किया है कि वो मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा का 20 फीसदी टिकट महिलाओं के लिए रिजर्व कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने राज्य के अपने दो दिवसीय चुनावी दौरे के दौरान रीवा जिले में आयोजित समाजवादी पार्टी की सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ''हम महिलाओं को बताना चाहते हैं कि समाजवादी पार्टी 20 फीसदी महिलाओं को टिकट देने जा रही है।''
इस घोषणा के साथ सूबे की सत्ताधारी भाजपा पर निशाना साधते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा, "महिला आरक्षण को लेकर भाजपा की नियत कभी भी साफ नहीं रही है और वह महिला आरक्षण को लेकर गलत प्रचार कर रही है।"
भाजपा को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, ''भाजपा महिला शक्ति वंदन महिला आरक्षण के नाम पर केवल दिखावा कर रही है। मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कितने फीसदी महिलाओं को टिकट दिया है।''
सपा प्रमुख ने भाजपा से आगे सवाल करते हुए कहा, ''क्या उन्होंने 33 फीसदी महिला उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं? भाजपा मध्य प्रदेश के साथ और अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों में महिलाओं को 33 फीसदी टिकट क्यों नहीं दे रही है?"
अखिलेश यादव ने आगे कहा, "भाजपा के लोग झूठे हैं, वो जो भी वादा करते हैं, उसे कभी भी पूरा नहीं करते हैं। कहा गया था कि किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी लेकिन आय तो दुगनी नहीं हुई, महंगाई जरूर दोगुनी हो गई है।"
भाजपा की ओर से अखिलेश यादव के इस हमले का जवाब देते हुए राज्यसभा सांसद और यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने सपा नेता के बयान को महिला विरोधी बताया।
सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, “अखिलेश यादव महिला विरोधी हैं। कांग्रेस ने सदन में कहा था कि उन्होंने राज्यसभा में बिल पास करा लिया है. जब लोकसभा में बिल पास नहीं हुआ तो लोगों ने पूछा कि ये पास क्यों नहीं हो रहे तो उस वक्त के कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि उनके गठबंधन में समाजवादी पार्टी और राजद ने महिला बिल का समर्थन नहीं किया है, इसलिए कांग्रेस महिला आरक्षण विधेयक पारित नहीं सकी।''