इंदौर: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी जीत के लिए सभी तरह की संभावनाओं की सियासी आजमाइश कर रही है। नये प्रयोग के तहत पार्टी ने कांग्रेस को टक्कर देने के लिए अपने सभी धुरंधरों को सीधे चुनावी मैदान में उतार दिया है, जिसकी न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश में चर्चा हो रही है।
भाजपा ने चुनावी समर में जिन महारथियों को उतारा है, उनमें कैलाश विजयवर्गीय का नाम प्रमुख है। भाजपा ने उन्हें इंदौर-1 निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। पार्टी के इस फैसले पर हैरानी जताते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें आगामी मध्य प्रदेश राज्य विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने की कोई इच्छा नहीं है।
उन्होंने कहा कि वो अभी भी विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि बीजेपी ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया है। विजयवर्गीय ने इंदौर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ''इस संसदीय क्षेत्र में अभी बहुत काम करना है। इंदौर-1 विकास में भी नंबर वन बनेगा। हमारी जीत भी नंबर वन होगी। मेरी चुनाव लड़ने की कोई इच्छा नहीं थी। मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मैं पार्टी का उम्मीदवार बना हूं और पार्टी ने मुझे टिकट दिया है।"
दरअसल भाजपा ने सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का मुकाबला करने और चुनाव के बाद मध्य प्रदेश में वैकल्पिक नेतृत्व की तलाश में मंगलवार को 39 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की। जिसमें हैरतअंगेज तौर पर न केवल कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर से बल्कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। तोमर राज्य में पार्टी की चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष भी हैं।
वहीं खाद्य प्रसंस्करण एवं जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को भाजपा ने नरसिंगपुर विधानसबा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। इसके साथ ही पार्टी ने ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन कुलस्ते को निवास सीट से मैदान में उतारा गया है।
भाजपा की 39 उम्मीदवारों की सूची में जिन अन्य सांसदों को टिकट दिया गया है, उनमें सांसद गणेश मंत्री, राकेश सिंह और रीति पाठक शामिल हैं। इससे पहले भाजपा ने 17 अगस्त को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें 39 उम्मीदवारों के नाम का खुलासा किया गया था।
भाजपा ने अब मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों में से 78 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। राज्य में इस साल के अंत में 230 विधानसभा क्षेत्रों में विधायक का चुनाव होना है।