Assembly Elections 2023: मामा शिवराज बुधनी में कांग्रेस प्रत्याशी से 5 हजार मतों से आगे चल रहे हैं, मुकाबला बेहद दिलचस्प
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 3, 2023 09:54 AM2023-12-03T09:54:26+5:302023-12-03T09:57:23+5:30
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने पारंपरिक सीट बुधनी में कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम शर्मा से 5 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं।
भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए चल रहे मतगणना में शुरूआती रूझान सामने आने लगे हैं। चुनाव आयोग की ओर से मिल रहे ताजा रुझान की बात करें तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने पारंपरिक सीट बुधनी में कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम शर्मा से आगे चल रहे हैं।
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले का बुधनी निर्वाचन सूबे की वीवीआईपी सीट मानी जा रही है क्योंकि इस सीट पर खुद शिवराज सिंह चौहान मुकाबले में हैं। मतगणना के ताजा रूझान की बात करें तो इस वक्त तक सीएम शिवराज को कुल 7388 वोट मिले हैं, जबकि उनके विरोधी निकटतम कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम शर्मा को 2046 वोट मिले हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार इस वक्त शिवराज सिंह चौहान कुल 5342 वोटों का लीड लेकर आगे चल रहे हैं। मजे की बात है कि इन दोनों प्रत्याशियों के अलावा शेष किसी अन्य उम्मीदवार ने अभी तक वोटों का सैकड़ा भी पार नहीं किया है।
मालूम हो कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को 230 सीटों पर वोटिंग हुई थी। यहां सीधा मुकाबला भाजपा बमाम कांग्रेस में है और जिन दो नेताओं की साख दाव पर है, उनमें कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ है और भाजपा की और से मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं।
इस विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड 76.22 फीसदी मतदान हुआ है। इस कारण से हार-जीत का पेंच सीधे-सीधे कमल और पंजा के इर्दगिर्द घूम रहा है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भी दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर हुई थी। तब कांग्रेस को 40.89 फीसदी वोट मिले थे, जबकि बीजेपी को 41 फीसदी वोट मिले थे।
मध्य प्रदेश का यह चुनाव इस कारण से भी खास है क्योंकि भाजपा ने कई केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा का चुनाव लड़वाया है। अब देखना है कि जनता किसे चुनकर विधानसभा भेजती है और पांच साल के लिए सत्ता की कुंजी सौंपती है। फिलहाल मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, कमलनाथ, जीतू पटवारी, नरेंद्र सिंह तोमर, रीति पाठक, गणेश सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते जैसे महारथियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।