इंदौर: भारतीय जनता पार्टी के महासचिव और इंदौर से चुनावी समर में कूदे कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर बेहद तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्हें तो मध्य प्रदेश की जनता ने ही खारिज कर दिया है क्योंकि अपने कार्यकाल में किये 900 वादों में से वो 9 भी पूरे नहीं किये हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, "कमलनाथ के हाथ में 17 महीने तक मध्य प्रदेश की कमान रही। उस दौरान उन्होंने राज्य के लोगों से 900 वादे किए लेकिन उनमें से 9 को भी पूरा नहीं कर पाये।"
भाजपा नेता विजयवर्गीय ने जुबानी हमले की धार को और तेज करते हुए छिंदवाड़ा से कांग्रेस के सांसद और कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ को बीच में लाते हुए कहा कि वो अपने पिता के कार्यकाल में जनता से किये गए अधूरे वादों को स्वीकार करें।
उन्होंने कहा, "नकुलनाथ को अपने पिता के मुख्यमंत्री कार्यकाल का इतिहास देखना चाहिए। कमलनाथ दावा करते थे कि किसानों का सारा कर्ज माफ कर दिया जाएगा, क्या कर्जा माफ हुआ? बेरोजगार युवाओं को 4000 रुपये भत्ता देने के दावा किया था, क्या ऐसा कुछ हुआ? क्या उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के सभी कर्ज माफ करने की बात नहीं की थी? क्या शिक्षकों को नियमित करने के दावे नहीं किए गए थे।''
कैलाश विजयवर्गीय ने आगे कहा, "कमलनाथ जी ने ये सभी दावे किए, मगर पूरे नहीं किये। इसलिए मध्य प्रदेश के लोगों ने उन्हें परखा है और खारिज कर दिया है।"
मालूम हो कि विजयवर्गीय ने यह बयान उस वक्त दिया है जब कांग्रेस सांसद नकुल नाथ ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले 7 दिसंबर को कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह के लिए निमंत्रण की घोषणा कर दी है।
भाजपा नेता विजयवर्गीय ने कहा, "नकुलनाथ को पहले यह बताना चाहिए कि छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र की सभी सात विधानसभा सीटों पर उनकी स्थिति क्या है। वहां के भाजपा उम्मीदवार बंटी साहू हर दिन कमलनाथ और नकुलनाथ से सवाल पूछते हैं। पहले उनका तो जवाब दें।''
वहीं कैलाश विजयवर्गीय से इतर कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''नकुलनाथ मध्य प्रदेश के लोगों की भावनाओं को पहचानते हैं, उन्हें स्पष्ट संकेत मिल गए हैं। इस आधार पर उन्होंने कहा है कि चुनावी नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे और कमलनाथ 7 दिसंबर को शपथ लेंगे।''