नई दिल्ली/भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच जमकर सियासी रस्साकशी चल रही है। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने राहुल गांधी द्वारा भाजपा पर वंशवाद की राजनीति करने के आरोप पर पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि कांग्रेस फरेब करने में और उसे फैलाने में बड़ी माहिर पार्टी है।
भाजपा सांसद प्रह्लाद सिंह पटेल ने कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस तो दशकों से वंशवाद की राजनीति कर रही है। उसे तुष्टिकरण करने, झूठ बोलने और भ्रम फैलाने में महारथ हासिल है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा, "पूरे देश जानता है कि कांग्रेस के पास वंशवाद की राजनीति का प्रमाण पत्र है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे और अनुराग ठाकुर पर सवाल उठाना सिर्फ लोगों को धोखा देने के लिए झूठे तर्क गढ़ने के समान है।"
उन्होंने आगे कहा, "इसलिए मुझे लगता है कि वंशवाद की राजनीति पर जवाब देने के लिए कांग्रेस के पास कुछ भी नहीं है। क्योंकि वो वंशवाद की राजनीति, तुष्टिकरण, झूठ बोलने और भ्रम फैलाने के अभ्यस्त हैं। कांग्रेस हमेशा से लालच की राजनीति करती है।''
केंद्रीय मंत्री पटेल ने बेहद तीखे शब्दों में कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद कांग्रेस खेमे में मची खलबली इस बात का सबूत है।
दरअसल वंशवाद की राजनीति को लेकर कांग्रेस और भाजपा उस समय आमने-सामने आ गये, जब बीते मगलवार को चुनावी राज्य मिजोरम में राहुल गांधी ने वंशवाद की राजनीति को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमला किया र कहा, "अमित शाह का बेटा वास्तव में क्या कर रहा है? राजनाथ सिंह का बेटा क्या करता है? आखिरी बार मैंने सुना, अमित शाह का बेटा भारतीय क्रिकेट चला रहा है। अनुराग ठाकुर जैसे उनके कई बच्चे वंशवादी हैं।"
इन्हीं आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने यह भी कहा, "मैं तो साफ कहता हूं कि कांग्रेस नेतृत्व थका हुआ और भ्रष्ट है। अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच पिछले दो दिनों में जो बातचीत हुई, उस पर पूरे प्रदेश और देश की नजर है।''
मालूम हो कि भोपाल में पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी करते हुए टिकट बंटवारे को लेकर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच मजाक-मजाक का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। जिसके आधार पर विपक्षी खेमे भाजपा का दावा किया है कि यह कांग्रेस के भीतर गहरा असंतोष दिखाता है।
उस वीडियो में कमलनाथ को यह कहते हुए सुना गया कि जब वादे पूरे नहीं होंगे तो लोग दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ेंगे। मंच पर मौजूद दिग्विजय सिंह ने फौरन हस्तक्षेप करते हुए कहा कि पार्टी के दस्तावेजों पर राज्य कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ के हस्ताक्षर हैं तो फिर लोग किसके कपड़े फाड़ेंगे?”
इस वीडियो पर कमलनाथ ने जवाब देते हुए कहा कि उनका और दिग्विजय का रिश्ता राजनीतिक नहीं है। उन्होंने कहा, "यह मजाक और हंसी-मजाक का प्यार भरा रिश्ता है। बहुत पहले मैंने उन्हें एक पावर ऑफ अटॉर्नी दी थी कि वह मेरे लिए कुछ भी बोल सकते हैं और वह पावर ऑफ अटॉर्नी अभी भी वैध है।"
मध्य प्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव होन वाले हैं, जिसके मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को 101 गारंटी वाला अपना चुनावी घोषणापत्र जारी किया है। यहां पर 17 नवंबर को विधानसभा के मतदान होने हैं और मतगणना 3 दिसंबर को होगी।