Ladakh: नागरिकों के आवागमन के लिए खोला गया जोजीला दर्रा, इस बार सिर्फ 73 दिन रहा बंद
By रुस्तम राणा | Published: March 25, 2022 08:32 PM2022-03-25T20:32:56+5:302022-03-25T20:36:43+5:30
आमतौर पर ज़ोजीला दर्रा सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी के कारण लगभग 160 से 180 दिनों के लिए बंद रहता था लेकिन इस बार यह मार्ग सिर्फ 73 दिनों में खुल गया।
लद्दाख: सीमा सड़क संगठन-बीआरओ ने आज जोजीला दर्रे पर केंद्र शासित प्रदेशों लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के बीच सबसे कम समय में प्रवेश द्वार खोलने का रिकॉर्ड बनाया है। 25 मार्च से नागरिक यातायात के लिए जोजीला दर्रा खोल दिया गया है। आमतौर पर ज़ोजीला दर्रा सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी के कारण लगभग 160 से 180 दिनों के लिए बंद रहता था लेकिन इस बार यह मार्ग सिर्फ 73 दिनों में खुल गया।
पहला नागरिक काफिला जिसमें 560 वाहन शामिल हैं जो ताजा आपूर्ति, दवाएं और अन्य आवश्यक वस्तुओं और यात्री वाहनों को लेकर सोनमर्ग से लद्दाख को पार कर गए। रक्षा मंत्रालय ने कहा, छह दशकों में यह पहली बार है जब NH-1 पर जोजिला दर्रा 73 दिनों के खोला गया है।
Zoji la Pass has been opened for Civilian Traffic on March 25, 2022. The first civilian convoy comprising 560 vehicles carrying fresh supplies, medicines and other essential items and passenger vehicles crossed over to Ladakh from Sonamarg: Ministry of Defence
— ANI (@ANI) March 25, 2022
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने इसे 19 मार्च 2022 को केंद्र शासित प्रदेशों लद्दाख और जम्मू और कश्मीर के बीच गेटवे कनेक्ट पर स्थापित किया था, जब डीजीबीआर, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने जोजी ला से लद्दाख के लिए पहले परीक्षण काफिले को झंडी दिखाकर रवाना किया था।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 15 फरवरी से प्रोजेक्ट बीकन और विजयक के तहत बर्फ हटाने का काम शुरू हुआ था। ज़ोजीला दर्रे के आर-पार सम्पर्क शुरू में 4 मार्च को स्थापित किया गया। बाद में वाहनों के मार्ग को सुरक्षित बनाने के लिए सड़क की स्थिति में सुधार किया गया।
चीन की हेकड़ी के देखते हुए जोजीला पास के खुलने से न केवल देश की रक्षा तैयारियां मजबूत होंगी, बल्कि लद्दाख के लोगों के लिए आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही में भी सुविधा होगी।