दिल्ली: भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के साथ ब्लैक फंगस और व्हाइट फंगस संक्रमण ने विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा रखी है। कई राज्यों में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया जा चुका है। इस बीच येलो फंगस संक्रमण का नया मामला भारत में सामने आया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह ब्लैक और व्हाइट फंगस से भी ज्यादा खतरनाक है। भारत में योले फंगस का पहला मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मिला है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार गाजियाबाद में ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ बीपी त्यागी ने बताया कि उनके सामने पहली बार किसी इंसान में येलो फंगस का मामला सामने आया है।
डॉ. त्यागी ने कहा, '45 साल के एक मरीज का साइनस सीटी स्कैन में सामान्य नजर आ रहा था लेकिन उसकी इंडोस्कोपी के बाद हमें ये मालूम किया उसे तीन तरह का फंगस संक्रमण (ब्लैक, व्हाइट और येलो) है। येलो फंगस आमतौर पर सरीसृपों (Reptiles) में मिलते हैं।'
ये जानकारी भी सामने आई है कि येलो फंगस से संक्रमित शख्स करीब दो महीने जूझने के बाद हाल में कोविड-19 से ठीक हुए हैं। फिलहाल येलो फंगस से ग्रसित मरीज का इलाज चल रहा है ।
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी में देश के स्वास्थ्यकर्मी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण ने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर भारी दबाव डाला है। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी के कारण मरीजों के परिजनों को जरूरी दवाओं के लिए भी काफी भटकना पड़ा।
वैसे, अब देश में कोरोना संक्रमण के ताजा मामलों में कमी आने लगी है। आपको बता दें कि पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना संक्रमण के 2 लाख 22 हजार 315 नए मामले सामने आए हैं जबकि रविवार को 2 लाख 40 हजार 842 मांमले सामने आए थे। वहीं, शनिवार को 2 लाख 76 हजार 70 संक्रमण ते मामले दर्ज किए गए थे ।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 3 लाख 2 हजार 544 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं । फिलहाल एक्टिव केसों की संख्या 27 लाख 20 हजार 716 है। वहीं कुल मरने वालों का आकड़ा 3 लाख 3 हजार 720 हो गया है जबकि कुल 2 करोड़ 37 लाख 28 हजार 11 लोग इससे ठीक हो चुके हैं।
Yellow Fungus: येलो फंगस के लक्षण
1. भूख कम लगना या न लगना , वजन में कमी और सुस्ती ।
2. पसीना और घाव जल्दी ठीक न होना , कुपोषण, अंगों का विफल होना ।
3. अगर आपको ऐसे लक्षण दिखाई दें तो तत्काल उपचार की आवश्यकता है ।
येलो फंगस संक्रमण के क्या हैं कारण
1. अस्वच्छता प्रमुख कारण है ।
2. इससे बचने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें ।
3. घर में मौजूद नमी भी येलो फंगस का मुख्य कारण है , आर्द्र जलवायु भी फंगस का जोखिम बढ़ाने के मुख्य कारक है।