दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम की सालाना बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व की टॉप बिजनस कंपनियों के सीईओ के साथ राउंड टेबल मीटिंग की। मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत का मतलब व्यपार होता है। इस सम्मेलन में शामिल हुए दुनियाभर के चुनिंदा सीईओ को भारत की ग्रोथ की कहानी बयां करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में बिजनस के लिए काफी आकर्षक मौके उपलब्ध हैं।
इस बैठके के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विजय गोखले, जय शंकर और रमेश अभिषेक समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस मीटिंग में ग्लोबल कंपनियों के 40 सीईओ और भारत के 20 सीईओ शामिल हुए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि पीएम मोदी ने दावोस में दुनिया की टॉप बिजनस कंपनियों को भारत की ग्रोथ की कहानी बयां की और भारत में उपलब्ध आकर्षक अवसर के बारे में बताया।
वर्ल्ड इकॉनोमी फोरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 130 सदस्यों का एक दल भी शिरकत कर रहा है। इनमें छह केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, सुरेश प्रभु, पीयूष गोयल, धमेंद्र प्रधान, एम जे अकबर और जितेंद्र सिंह जैसे दिग्गज शामिल हैं। वहीं प्रमुख भारतीय कंपनियों के सीईओ का भी एक दल इस फोरम में शामिल हो रहा है।
क्या है वर्ल्ड इकॉनोमी फोरम वर्ल्ड इकॉनोमी फोरम स्विट्जरलैंड का एक ऐसा एनजीओ है जिसका मकसद बिजनेस, राजनीति, शैक्षिक और अन्य क्षेत्रों के वैश्विक नेताओं के अलावा अग्रणी लोगों को एक मंच पर लाकर वैश्विक, क्षेत्रीय और औद्योगिक दिशा तय कर उस क्षेत्र में काम करना है। साल 1971 में WEF यानी वर्ल्ड इकॉनोमी फोरम की नीव रखी गई थी।