कृषि कानून वापस लिया जाना लोकतंत्र की जीत: गहलोत

By भाषा | Published: November 19, 2021 10:44 AM2021-11-19T10:44:42+5:302021-11-19T10:44:42+5:30

Withdrawal of agriculture law is a victory of democracy: Gehlot | कृषि कानून वापस लिया जाना लोकतंत्र की जीत: गहलोत

कृषि कानून वापस लिया जाना लोकतंत्र की जीत: गहलोत

जयपुर, 19 नवंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कृषि संबंधी तीन कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा को लोकतंत्र की जीत एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के अहंकार की हार बताया।

गहलोत ने कहा कि यह आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के बलिदान की जीत है।

गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा लोकतंत्र की जीत एवं मोदी सरकार के अहंकार की हार है। यह पिछले एक साल से आंदोलनरत किसानों के धैर्य की जीत है।’’

गहलोत ने कहा, ‘‘देश कभी नहीं भूल सकता कि मोदी सरकार की अदूरदर्शिता एवं अभिमान के कारण सैकड़ों किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मैं किसान आंदोलन में शहादत देने वाले सभी किसानों को नमन करता हूं। यह उनके बलिदान की जीत है।’’

इस बीच, भारतीय किसान यूनियन की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजाराम मील ने भी इस घोषणा को किसानों की जीत बताया है। मील ने ट्वीट किया, ‘‘सरकार द्वारा काले कानून वापस ले लिए गए। किसानों की जीत हुई है। किसानों का संघर्ष रंग लाया। किसानों की एकता जिंदाबाद।’’

भादरा से विधायक एवं किसान सभा के संयुक्त सचिव बलवान पूनियां ने ट्वीट किया, ‘‘किसान-मजदूर एकता जिंदाबाद।’’

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले करीब एक वर्ष से अधिक समय से विवादों में घिरे तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की शुक्रवार को घोषणा कर दी। तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे थे।

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