कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ टीकाकरण की भी बढ़ी आपाधापी, मोदी सरकार का हर दिन 50 लाख डोज का लक्ष्य
By हरीश गुप्ता | Published: April 10, 2021 02:00 PM2021-04-10T14:00:28+5:302021-04-10T14:00:28+5:30
भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि जारी है। वहीं, वैक्सीन की कमी की बात भी चर्चा में है। इस बीच सरकार ने रोज वैक्सीन की 50 लाख डोज देने के लक्ष्य पर काम शुरू कर दिया है।
नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का इरादा रविवार 11 अप्रैल से कोरोना वैक्सीन के डोज के लक्ष्य को 36 लाख प्रतिदिन से बढ़ाकर 50 लाख डोज प्रतिदिन करने का है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले 30-35 दिन में 10 करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा है.
उल्लेखनीय है कि पहले 10करोड़ डोज देने में 85 दिन का वक्त लगा था. मोदी ने अधिकारियों को यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत की वैक्सीन उत्पादन क्षमता को देखते हुए यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है.
बड़े स्तर पर कोरोना की वैक्सीन देने की तैयारी
प्रधानमंत्री के अधीन काम करने वाले कार्मिक विभाग ने 30 लाख पात्र सरकारी कर्मचारियों और सार्वजनिक निर्गमों में कार्यरत लाखों लोगों को वैक्सीन का डोज देने की तैयारी शुरू करने को कहा है.
भारत को जुलाई-अगस्त तक तीन करोड़ स्वास्थ्य व फ्रंटलाइन कर्मियों के साथ 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने के लिए 60 करोड़ डोज की जरूरत पड़ेगी. फिलहाल पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट की मासिक क्षमता 6.5 करोड़ कोविशील्ड वैक्सीन उत्पादन की है.
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक, आईसीएमआर के साथ मिलकर प्रतिमाह 40 लाख कोवैक्सीन उत्पादन की क्षमता रखता है. अगले कुछ महीनों में वैक्सीन उत्पादन की क्षमता को बढ़ाकर 10-12 करोड़ प्रतिमाह किया जा सकता है.
वैक्सीनेशन सेंटर्स पर लोगों की लंबी होती कतार
सरकार वैसे वैक्सीन की कमी को लेकर राजनीतिक हलकों में हो रहे हो-हल्ले से बेफिक्र है. भारत की चीनी वैक्सीन के आयात की कोई इच्छा नहीं है. इसलिए शोर उन 11 राज्यों से हो रहा है जहां कोविड से उचित तरह से नहीं निपटा गया.
प्रधानमंत्री इस बात पर दृढ़ हैं कि दुनिया में वैक्सीन की कमी है और इसका आयात नहीं किया जा सकता. कुछ दिन पहले तक खाली रहने वाले वैक्सीनेशन सेंटर्स पर अब जनसैलाब सा आ गया है.
हालांकि रूस का स्पूतनिक वी और झायडस-कैडिला आने के बाद राहत मिल सकती है. चूंकि सीरम इंस्टीट्यूट दिसंबर से प्रतिमाह कोविशील्ड के छह करोड़ डोज का उत्पादन कर रहा है, यह साफ नहीं है कि फिलहाल कंपनी के पास कितनी वैक्सीन है या केंद्र ने अपने पास कितनी वैक्सीन सुरक्षित रखी है.
वर्तमान उत्पादन: 6.5 करोड़ डोज प्रतिमाह
राज्यों का स्टॉक व प्रस्तावित: 4.3 करोड़
केंद्र व कंपनी के पास स्टॉक: पता नहीं