'भाजपा समर्थक के लिए नमाज नहीं पढ़ेंगे': यूपी के मुरादाबाद में अलीदाद खान के जनाजे में इमाम ने नमाज पढ़ने से किया इनकार
By रुस्तम राणा | Updated: August 3, 2024 16:03 IST2024-08-03T16:00:57+5:302024-08-03T16:03:15+5:30
रिपोर्ट के अनुसार, अलीदाद खान (75) नामक किसान की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। जब परिवार ने स्थानीय इमाम से जनाजे की नमाज पढ़ने को कहा तो उसने यह कहते हुए नमाज पढ़ने से इनकार कर दिया कि मृतक भाजपा समर्थक है।

'भाजपा समर्थक के लिए नमाज नहीं पढ़ेंगे': यूपी के मुरादाबाद में अलीदाद खान के जनाजे में इमाम ने नमाज पढ़ने से किया इनकार
मुरादाबाद: ऑप इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक इमाम ने एक मुस्लिम किसान के अंतिम संस्कार के दौरान नमाज पढ़ने से इनकार कर दिया और आरोप लगाया कि वह भाजपा समर्थक है। रिपोर्ट के अनुसार, अलीदाद खान (75) नामक किसान की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। जब परिवार ने स्थानीय इमाम से जनाजे की नमाज पढ़ने को कहा तो उसने यह कहते हुए नमाज पढ़ने से इनकार कर दिया कि मृतक भाजपा समर्थक है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतक किसान के बेटे की शिकायत के आधार पर पुलिस ने इमाम मुफ्ती मोहम्मद राशिद और मस्जिद कमेटी से जुड़े पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष के पति असलम खान समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। घटना कुंदरकी क्षेत्र के कायस्थान गली की है। किसान दिलनवाज खान ने बताया कि 23 जुलाई को उनके पिता अलीदाद खान की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।
उन्होंने स्थानीय मस्जिद के इमाम को जनाजे की नमाज पढ़ाने के लिए बुलाया, लेकिन उन्होंने नमाज पढ़ाने से इनकार कर दिया। हालांकि, जब दिलनवाज ने उनसे नमाज न पढ़ने का कारण पूछा तो इमाम ने कहा कि वह भाजपा समर्थक के लिए नमाज नहीं पढ़ेंगे। दिलनवाज ने बताया कि नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष के पति असलम खान और मस्जिद कमेटी से जुड़े अन्य आरोपी शमीम खान, शराफत खान और मतीन खान ने इमाम से दिवंगत किसान के अंतिम संस्कार में नमाज पढ़ने से मना कर दिया। अन्य आरोपी कायस्थान गली के निवासी हैं।
बीजेपी को वोट देने पर आरोपियों ने दिलनवाज को झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी। दिलनवाज ने आगे बताया कि आरोपियों ने उसे और उसके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी। दिलनवाज की तीन बहनें, पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं और अब उनकी जान को खतरा है, क्योंकि आरोपी उपद्रवी तत्व हैं। इमाम के मना करने के बाद दिलनवाज खान के बहनोई ने जनाजे की नमाज पढ़ी।