क्या नवजोत सिंह सिद्धू 2024 में लड़ेंगे लोकसभा चुनाव? जानिए कांग्रेस नेता ने इस पर क्या कहा
By रुस्तम राणा | Published: December 16, 2023 09:05 PM2023-12-16T21:05:58+5:302023-12-16T21:05:58+5:30
पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने भटिंडा में संवाददाताओं से कहा, ''सिद्धू लोकसभा (चुनाव) नहीं लड़ रहे हैं।'' जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी पत्नी अगले साल चुनाव लड़ने जा रही हैं, तो पूर्व क्रिकेटर ने कहा, "केवल वह ही इस सवाल का जवाब दे सकती हैं"।
भटिंडा: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि वह 2024 का आम चुनाव नहीं लड़ेंगे। पूर्व सांसद सिद्धू 2022 का विधानसभा चुनाव अमृतसर पूर्व सीट से हार गए थे। हालांकि, उन्होंने यह खुलासा करने से परहेज किया कि क्या उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू लोकसभा चुनाव लड़ेंगी।
पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने भटिंडा में संवाददाताओं से कहा, ''सिद्धू लोकसभा (चुनाव) नहीं लड़ रहे हैं।'' जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी पत्नी अगले साल चुनाव लड़ने जा रही हैं, तो पूर्व क्रिकेटर ने कहा, "केवल वह ही इस सवाल का जवाब दे सकती हैं"। कांग्रेस नेता ने बढ़ते कर्ज और कानून-व्यवस्था को लेकर भवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर भी हमला किया।
सिद्धू ने पंजाब सरकार पर ''राज्य के ज्वलंत मुद्दों'' से भटकाने का आरोप लगाया। सिद्धू ने कहा कि संविदा कर्मचारी अपनी सेवाओं को नियमित करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं, जबकि सरकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
सिद्धू ने कहा कि ओपीएस पर अधिसूचना जारी हुए एक साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन सरकार इसे लागू करने में विफल रही है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार पहले ही हिमाचल प्रदेश में ओपीएस लागू कर चुकी है। उन्होंने कहा कि केवल कर्मचारी ही नहीं, राज्य में किसान भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
सिद्धू ने आरोप लगाया कि मान सरकार निर्धारित उद्देश्यों के लिए केंद्रीय धन का उपयोग नहीं कर रही है, जिसके कारण केंद्र सरकार ने पंजाब के लिए 8,000 करोड़ रुपये का धन रोक दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा, ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की मरम्मत रुकी हुई है क्योंकि 5,500 करोड़ रुपये की ग्रामीण विकास निधि रोक दी गई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 621 करोड़ रुपये, मंडी विकास निधि के 850 करोड़ रुपये और राज्य के लिए विशेष सहायता निधि के 1,800 करोड़ रुपये रोक दिए हैं। सिद्धू ने दावा किया कि केंद्र ने कहा है कि वे निर्धारित उद्देश्यों के लिए धन का उपयोग नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के पास केंद्रीय योजना में अपना 40 प्रतिशत हिस्सा देने के लिए भी धन नहीं है। राज्य पर बढ़ते कर्ज को लेकर मान सरकार पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने कहा कि सरकार ने अब तक 60,000 करोड़ रुपये का कर्ज उठाया है, जो अगले तीन महीनों में बढ़कर 70,000 करोड़ रुपये हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले आप ने कहा था कि वह बकाया कर्ज चुका देगी, उन्होंने कहा कि राज्य को वित्तीय आपातकाल की ओर धकेला जा रहा है।