क्या बीजेपी बीएस येदियुरप्पा पर लागू करेगी 75 प्लस उम्र वाली नीति
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 24, 2019 12:54 AM2019-07-24T00:54:30+5:302019-07-24T00:54:30+5:30
कर्नाटक की कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार विश्वासमत खोने के बाद गिर गई। 99 विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया जबकि 105 सदस्यों ने इसके खिलाफ मत दिया। इसके साथ ही राज्य में करीब तीन सप्ताह तक चला सियासी नाटक खत्म हो गया।
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन वाली एच डी कुमारस्वामी की सरकार गिर गई है। कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन वाली सरकार के गिरने के साथ बीजेपी ने अपनी सरकार के गठन का रास्ता साफ कर लिया है। इसी के साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने की बीएस येदियुरप्पा की महत्वाकांक्षा भी बढ़ गई हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी कर्नाटक का मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को ही बनाएगी। लेकिन क्या बीजेपी येदियुरप्पा पर अपनी पार्टी की 75 प्लस वाली उम्र की नीति लागू नहीं करेगी।
बीजेपी नेता येदियुरप्पा इसी विधानसभा में मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। वह यह बात अच्छे से जानते हैं कि जिस तरह बीजेपी ने लोकसभा चुनाव-2019 में पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी , मुरली मनोहर जोशी और सुमित्रा महाजन जैसे नेताओं को 75 प्लस वाली नीति का हवाला देकर साइडलाइन किया था, वो इनपर भी लागू हो सकता है।
येदियुरप्पा की उम्र 76 साल है। येदियुरप्पा जानते हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी टिकट नहीं देगी। बीजेपी ने नियम बना लिया है कि 75 साल के अधिक आयु के नेता को किसी भी चुनाव का टिकट नहीं दिया जाएगा। यानी मतलब साफ है कि येदियुरप्पा यदि अब मुख्यमंत्री नहीं बन पाए तो भविष्य में सीएम तो दूर बीजेपी की ओर से विधायक भी नहीं बन पाएंगे। उनके लिए यही अंतिम मौका है। हालांकि पार्टी की ओर से कर्नाटक में मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है। बता दें कि साल 2018 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में येदियुरप्पा बीजेपी के सीएम कैंडिडेट थे।
विश्वास मत जीतने के बाद बीएस येदियुरप्पा ने कहा- अब से विकास के नये युग की होगी शुरुआत
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने राज्य की एच डी कुमारस्वामी की गठबंधन सरकार के विश्वास मत खोने के बाद कहा कि अब से विकास के नये युग की शुरुआत होगी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार येदियुरप्पा ने कहा, "यह लोकतंत्र की जीत है। लोग कुमारस्वामी सरकार से तंग आ चुके आ चुके थे।"
येदियुरप्पा ने कहा, "मैं कर्नाटक की जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अब से विकास के नये युग की शुरुआत होगी।" तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके येदियुरप्पा ने कहा कि उनका ध्यान सूखे तथा अन्य परेशानियों का सामना कर रहे किसानों पर होगा।
उन्होंने कहा, "हमारे किसान सूखे और अन्य समस्याओं से परेशान हैं। हम कर्नाटक की जनता को आश्वासन देते हैं कि आने वाले दिनों में हम किसानों को और अधिक महत्व देंगे ताकि वह खुशहाल जीवन जी सकें।" उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद वह इस संबंध में जल्द से जल्द एक उचित फैसला लेगी।
कर्नाटक की कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार विश्वासमत खोने के बाद गिर गई। 99 विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया जबकि 105 सदस्यों ने इसके खिलाफ मत दिया। इसके साथ ही राज्य में करीब तीन सप्ताह तक चला सियासी नाटक खत्म हो गया।
ये था कर्नाटक का पूरा समीकरण
कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटें हैं और एक मनोनीत सदस्य की सीट है। मई 2018 में 222 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुये और बाकी दो सीटों के लिए बाद में चुनाव हुये। नतीजों में बीजेपी ने 105 सीटें हासिल की। कांग्रेस 79+ एक निर्दलीय के साथ 80 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई। डीएस ने 37 सीटें जीतीं। सरकार को एक निर्दलीय और एक बीएसपी विधायक का भी समर्थन मिला। इस तरह कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार कांग्रेस के 79, जेडीएस के 37, निर्दलीय एक और बीएसपी के एक, इस तरह कुल 118 विधायकों के समर्थन से चल रही थी।