Father's Day 2023: बच्चे के जन्म के बाद पिता को क्यों होता है उदासी! जानें पोस्टपार्टम डिप्रेशन के लक्षण और समाधान
By आजाद खान | Published: June 12, 2023 04:09 PM2023-06-12T16:09:54+5:302023-06-12T16:30:33+5:30
जानकारों की अगर माने तो पोस्टपार्टम डिप्रेशन किसी को भी हो सकता है। ये बच्चे, पिता और मां को भी हो सकता है। ऐसे में इस बारे में खुलकर बात करने की जरूरत है।
Father's Day 2023: कुछ पिता ऐसे होते है जिनके बच्चे जन्म ले लेते है और इसके बाद वे इसे लेकर उदास या चिंतित महसूस करते हैं। इस समस्या को पोस्टपार्टम डिप्रेशन कहा जाता है। यह समस्या लोगों में आम है और हर 10 में से एक पिता में यह परेशानी पाई जाती है। जो लोग इस समस्या के शिकार है उन में गुस्सा, बेबसी, भ्रमित या अपने बच्चे और साथी से दूर महसूस करा सकता है।
इस समस्या के कारण लोग अपने पार्टनर से झगड़ने लगते है या फिर शराब पीने की लत पकड़ लेते हैं। यही नहीं वे दूसरों को चोट भी पहुंचाने से पीछे नहीं हटते है। बता दें कि लोगों में यह समस्या बच्चे के जन्म लेने या फिर उसके पैदा होने के बाद भी उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में आइए जानते है कि पोस्टपार्टम डिप्रेशन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें और इससे बचने के लिए लोगों को क्या करना चाहिए। आइए एक-एक करके इसे जान लेते हैं।
पोस्टपार्टम डिप्रेशन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
पोस्टपार्टम डिप्रेशन को लेकर यह कहा जाता है कि लोगों में यह समस्या हार्मोन में परिवर्तन, तनाव, धन संबंधी समस्याएं या परिवार वालों के समर्थन की कमी के कारण हो सकता है। यह समस्या माता पिता में अलग-अलग रूप में भी हो सकती है। जिन पिता के अंदर यह भावना आती है कि उन्हें अलग कर दिया गया है या फिर छोड़ दिया गया है। उन में यह समस्या पाई गई है। यही नहीं कुछ मां के अंदर यह भी देखा गया है कि मां और बच्चे के रिश्ते में जलन के कारण भी इस तरह के मां इस समस्या से परेशान हो जाती है।
पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचने के लिए क्या करना चाहिए
जानकार बताते है कि पोस्टपार्टम डिप्रेशन शरीर के लिए सही नहीं है। ये पिता, बच्चे और मां के लिए जरा भी सही नहीं है। इस कारण वे नाखुश और अस्वस्थ भी हो सकते है। यही नहीं इस कारण बच्चे के विकास और प्रगति पर भी असर पड़ सकता है। जानकारों की अगर माने तो अगर किसी पिता को डिप्रेशन महसूस होता है, तो उसे इसे छिपाने या शर्मिंदगी महसूस नहीं करनी चाहिए। बल्कि उसे अपने साथी, परिवार, दोस्तों या डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
जानकारों का कहना है कि इन लोगों को उस समय मदद और सहायता की जरूरत होती है ताकि वे पहले से बेहतर महसूस कर सके। यही नहीं उन्हें अपने बच्चे और साथी के साथ समय बिताना चाहिए और वह काम करना चाहिए जिससे उन्हें खुशी महसूस हो। उनके अनुसार, पोस्टपार्टम डिप्रेशन एक आम समस्या है और इसका इलाज भी उपल्बध है।