प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति को गुजरात में कब ओबीसी में शामिल किया गया? अमित शाह ने राहुल गांधी के आरोपों का दिया जवाब
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: February 10, 2024 11:50 AM2024-02-10T11:50:19+5:302024-02-10T11:51:44+5:30
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति को गुजरात में कब ओबीसी में शामिल किया गया। राहुल ने कहा था कि पीएम मोदी की जाति को 2000 में गुजरात में बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान ओबीसी में शामिल किया गया।
नई दिल्ली : हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन्म से ओबीसी नहीं है। राहुल ने कहा था कि मोदी जी लोगों को यह कह कर गुमराह करते आ रहे हैं कि वह अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं। मोदी का जन्म तेली जति में हुआ था, जिसे 2000 में गुजरात में बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान ओबीसी में शामिल किया गया। राहुल गांधी के इस बयान पर खूब राजनीतिक बयानबाजी हुई।
अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति को गुजरात में कब ओबीसी में शामिल किया गया। अमित शाह ने कहा, "मैं देश के सामने स्पष्ट करना चाहता हूं कि मोदी जी की जाति गुजरात में 25 जुलाई, 1994 को लिस्ट की गई। उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री कांग्रेस के ही श्री छबील दास मेहता थे। मोदी जी उस समय तक एक भी चुनाव नहीं लड़े थे।"
मैं देश के सामने स्पष्ट करना चाहता हूं कि मोदी जी की जाति गुजरात में 25 जुलाई, 1994 को लिस्ट की गई।
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उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री कांग्रेस के ही श्री छबील दास मेहता थे।
मोदी जी उस समय तक एक भी चुनाव नहीं लड़े थे।
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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ये बात एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में कही। इस कार्यक्रम में अमित शाह ने कई मुद्दों पर बात की और कांग्रेस को जमकर घेरा। लोकसभा चुनाव पर अमित शाह ने कहा, "जहां तक चुनाव के नतीजों का सवाल है, उसमें कोई सस्पेंस नहीं बचा है। आजाद भारत का ये पहला ऐसा चुनाव होगा, जिसमें भारत को महान राष्ट्र बनाने के एजेंडा पर चुनाव लड़ा जाएगा और पब्लिक मैंडेट भी महान भारत के मुद्दे पर ही आएगा। जिनके सामने हमे चुनाव लड़ना है, वो भी संसद में आश्वस्त दिखते हैं कि इस बार भी उन्हें विपक्ष में ही बैठना है।मोदी जी ने 2047 तक आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत का एजेंडा देश की जनता के सामने रखा है। मेरा मानना है कि 2047 से पहले ही मोदी जी की तीसरी टर्म में ही इसका ज्यादातर काम समाप्त कर लिया जाएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "ये चुनाव NDA बनाम I.N.D.I गठबंधन नहीं बल्कि घोर निराशा और उज्ज्वल भविष्य के बीच है। ये चुनाव भ्रष्टाचार से युक्त शासन और Zero tolerance against corruption के बीच में है। ये चुनाव आतंकवादियों के साथ बातचीत की पॉलिसी वालो और आतंकवाद को खत्म करने की पॉलिसी वालो के बीच में है। सिर्फ UPA 1 और UPA 2 में ही 12 लाख करोड़ के घपले घोटाले करके इन्होंने जनता में एक भयंकर निराशा का माहौल बना दिया था। आज 10 साल बाद हमारे विरोधी भी हम पर 1 पैसे के भी घोटाले का आरोप नहीं लगा सकते, इस प्रकार का शासन हमने दिया है। राहुल गांधी की पॉलिसी है कि झूठ बोलो, सार्वजनिक रूप से बोलो और बार-बार बोलो। ये बड़े दुर्भाग्य की बात है कि नरेन्द्र मोदी जी जैसे महान नेता की जाति पर कोई चर्चा कर रहा है। मोदी जी ने कहा है कि मैं OBC हूं और ओबीसी एक वर्ग होता है, जाति नहीं ये शायद राहुल गांधी जी को उनके अध्यापकों ने नहीं पढ़ाया।"
ये चुनाव NDA बनाम I.N.D.I गठबंधन नहीं बल्कि घोर निराशा और उज्ज्वल भविष्य के बीच है।
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ये चुनाव भ्रष्टाचार से युक्त शासन और Zero tolerance against corruption के बीच में है।
ये चुनाव आतंकवादियों के साथ बातचीत की पॉलिसी वालो और आतंकवाद को खत्म करने की पॉलिसी वालो के बीच में है।
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राम मंदिर पर अमित शाह ने कहा, "विगत लगभग 500 वर्षों से दुनियाभर के लोग मानते थे कि प्रभु राम का मंदिर वहीं बनना चाहिए जहां उनका जन्म हुआ था। बहुत सारे आंदोलन हुए, कानूनी लड़ाई लड़ी गई, लेकिन वर्षों तक इस मामले को दबाया गया, कभी तुष्टिकरण की राजनीति के कारण और कभी कानून व्यवस्था का भय दिखाकर दबाया गया।"