दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण के हमले से जन जीवन खासा प्रभावित हुआ है। दिल्ली में श्वांस संबंधी रोगियों की संख्या में उछाल देखा गया है। इस बात की तस्दीक खुद देश का सबसे बड़ा मेडिकल संस्थान दिल्ली स्थित एम्स कर चुका है।
प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने दिल्लीवासियों समेत दिल्ली सरकार भी नींद उड़ा दी है। दिल्ली सरकार ने रविवार (3 नवंबर) को लोगों के लिए हेल्थ एडवाइजरी यानी स्वास्थ्य संबंधी सलाह जारी की, जिसमें बताया गया है कि प्रदूषण का शिकार बनने से कैसे बचें। सलाह पत्र में बताया गया कि इस दौरान क्या करें और क्या न करें।
एडवाइजरी में इस बात पर खासा जोर दिया गया है कि लोग घरों से बाहर निकलना और बाहर काम करना नजरअंदाज करें। सरकार की एडवाइजरी में कहा गया है कि लोग सुबह के वक्त और शाम के समय बाहर निकलने से बचें।
एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि इस दौरान अगर किसी को श्वांस संबंधी कोई समस्या होती है तो वह तुरंत नजदीकि क्लीनिक जाकर डॉक्टर से संपर्क करे।
इसके अलावा प्रदूषण से बचने के लिए किन उपायों पर काम करना चाहिए, इसके लिए भी एडवाइजरी में बताया गया है।
खबर में एम्बेड एडवाइजरी के ट्वीट से पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
वहीं, खबर है कि वायु प्रदूषण के कहर को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधान मंत्रिमंडल के सचिव से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उपाय किए जाने को लेकर चर्चा कर सकते हैं।
खबर यह भी है कि दिल्ली के लोधी रोड इलाके में वायु गुणवत्ता सूंचकांक ने प्रदूषण को बहुत ही गंभीर श्रेणी मे दर्शाया है।