आज ही के दिन बाबा साहब भीम राव आंबेडकर को मिला था मरणोपरांत भारत रत्न, जानें आज का इतिहास क्यों है खास

By भाषा | Published: March 31, 2019 11:03 AM2019-03-31T11:03:09+5:302019-03-31T13:05:43+5:30

'बाबासाहब' भीमराव आंबेडकर ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था और जीवनभर सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ते रहे। आजादी के बाद उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई जब उन्हें राष्ट्र के संविधान निर्माण का दायित्व सौंपा गया।

what happend today, 31st March history On this day Baba Saheb had met Bhim Rao Ambedkar, posthumously Bharat Ratna | आज ही के दिन बाबा साहब भीम राव आंबेडकर को मिला था मरणोपरांत भारत रत्न, जानें आज का इतिहास क्यों है खास

संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।

Highlights'बाबासाहब' भीमराव आंबेडकर ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया थाआज ही के दिन सिखों के गुरु अंगद देव जी का जन्म। वह गुरू नानक देव जी के बाद सिखों के दूसरे गुरू थे।

साल के 365 दिन इतिहास में तरह तरह की घटनाओं के साथ दर्ज हैं। इनमें कुछ अच्छी हैं तो कुछ बुरी। 31 मार्च का दिन भी ऐसी ही बहुत सी घटनाओं का साक्षी रहा है। 

ऐसी ही एक घटना की बात करें तो देश के संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को 31 मार्च 1990 को मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करके देश और समाज के प्रति उनके अमूल्य योगदान को नमन किया गया।

'बाबासाहब' भीमराव आंबेडकर ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था और जीवनभर सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ते रहे। आजादी के बाद उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई जब उन्हें राष्ट्र के संविधान निर्माण का दायित्व सौंपा गया।

देश दुनिया के इतिहास में 31 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:- 

1504 : सिखों के गुरु अंगद देव जी का जन्म। वह गुरू नानक देव जी के बाद सिखों के दूसरे गुरू थे।

1727 : दुनिया के महान भौतिकशास्त्रियों में शुमार आइजैक न्यूटन का 84 वर्ष की आयु में लंदन में निधन।

1774 : भारत में डाक सेवा शुरू, पहला डाकघर खुला।

1870 : अमेरिका में पहली बार किसी अश्वेत नागरिक ने वोट दिया। अश्वेतों को समान अधिकार दिलाने की दिशा में यह एक बड़ी कामयाबी थी।

1889 : पेरिस का मशहूर एफेल टावर आधिकारिक तौर पर खुला।

1959: तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा अपने 20 शिष्यों के साथ भारत की सीमा में पहुंचे। वह 17 मार्च को तिब्बत की राजधानी ल्हासा से पैदल रवाना हुए थे और खेनज़ीमन दर्रे से होते हुए सकुशल भारत पहुंच गए।

1980 : अमेरिका के महान फर्राटा धावक जेसी ओवंस का निधन। ओवंस ने 1936 के बर्लिन ओलंपिक खेलों में अपने देश के लिए चार स्वर्ण पदक जीते थे।

1981: एक घरेलू विमान का अपहरण करने वाले इंडोनेशिया के पांच आतंकवादियों में से चार को थाइलैंड के बैंकाक में मार गिराया गया। विमान में सवार सभी 55 लोग सुरक्षित। आतंकवादियों ने इंडोनेशिया की जेलों में बंद 80 लोगों को रिहा करवाने के लिए 28 मार्च को विमान का अपहरण किया था और उसे बैंकाक ले गए थे। 

1983 : कोलम्बिया में भूकंप से लगभग 5000 लोगों की मौत।

1989 : पेरिस की पहचान माने जाने वाले विशाल एफेल टावर को आधिकारिक तौर पर खोला गया। फ्रांस की क्रांति की शताब्दी के मौके पर बनी 300 मीटर ऊंची लोहे की इस इमारत को गुस्ताव एफेल की प्राद्यौगिक कुशलता का बेमिसाल नमूना माना जाता है।

1990 : संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।

2004 : अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में एक नाइट क्लब में आग लगने से 175 लोगों की मौत।
 

English summary :
Today in History around the world and India: Political History and Major events on 31st March'2019. Dr. BhimRao Ambedkar (Babasaheb Ambedkar), the architect of the Constitution of India and a founding father of the Republic of India, was honored with Bharat Ratna on 31 March 1990, India's highest civilian award, for his priceless contribution towards the country and society.


Web Title: what happend today, 31st March history On this day Baba Saheb had met Bhim Rao Ambedkar, posthumously Bharat Ratna

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