West Bengal: संदेशखाली विवाद के मुख्य आरोपी, तृणमूल नेता शेख शाहजहां को पुलिस ने किया गिरफ्तार, एक महीने से काट रहा था फरारी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 29, 2024 08:54 AM2024-02-29T08:54:28+5:302024-02-29T08:58:09+5:30
संदेशखाली में तनाव के बीच बंगाल पुलिस ने विवाद के मुख्य आरोपी और तृणमूल नेता शेख शाहजहां को 'यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने' के आरोप में गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तर 24 परगना: संदेशखाली में तनाव के बीच बंगाल पुलिस ने विवाद के मुख्य आरोपी और तृणमूल नेता शेख शाहजहां को 'यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने' के आरोप में गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मिनाखान के एसडीपीओ अमीनुल इस्लाम खान ने बताया, "फरार मुख्य आरोपी शेख शाहजहां को उत्तरी 24 परगना जिले के मिनाखान से गिरफ्तार किया गया है।"
एसडीपीओ खान ने आगे कहा, "गिरफ्तार आरोपी शेख शाहजहां को भारी सुरक्षा के बीच आज दोपहर 2 बजे बशीरहाट कोर्ट में पेश किया जाएगा।"
मालूम हो कि शेख शाहजहां संदेशखाली विवाद का मुख्य आरोपी था और वह बीते एक महीने से अधिक समय से राज्य और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को चमका देकर फरारी काट रहा था।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में इस महीने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहा है क्योंकि संदेशखाली की महिलाओं का आरोप था कि वो उन पर कथित तौर से अत्याचार करता था।
इसके अलावा संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने शेख शाहजहां और उनके करीबी सहयोगियों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया था।
शेख शाहजहां की गिरफ्तारी कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा संदेशखाली मामले में सख्त आदेश देने के तीन दिन बाद हुई है। बीते 26 फरवरी को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार और पुलिस के खिलाफ बेहद प्रतिकूल टिप्पणी करते हुए कहा था, ''संदेशखाली के मुख्य आरोपी शेख शाहजहां को गिरफ्तार न करने का कोई कारण नहीं है। उसे फौरन गिरफ्तार किया जाना चाहिए।''
इसके साथ हाईकोर्ट ने यह भी कहा था, "इस मामले में सार्वजनिक नोटिस दिया जाएगा। संदेशखाली मामलों में कोर्ट की ओर से कोई स्थगन आदेश नहीं दिया गया है। उसे गिरफ्तार न करने का कोई कारण नहीं है।"
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 23 फरवरी को कथित भूमि कब्जा मामले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में लगभग आधा दर्जन स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके करीबी सहयोगियों के आवास भी शामिल थे। उस दौरान शेख समर्थकों ने ईडी की टीम पर हमला करके कई अधिकारियों को घायल कर दिया था।