पश्चिम बंगालः पूर्वी भारत के सबसे बड़े कपड़ा बाजार में लगी आग, 500 दुकानें जलकर खाक, दमकल की 18 गाड़ियों ने आग पर पाया काबू
By अनिल शर्मा | Updated: July 21, 2023 11:37 IST2023-07-21T11:05:28+5:302023-07-21T11:37:47+5:30
हावड़ा रेलवे स्टेशन से करीब डेढ़ किलोमीटर के दायरे में क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। कारोबारी घटनास्थल पहुंचे और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उनके पुनर्वास की मांग की।

पश्चिम बंगालः पूर्वी भारत के सबसे बड़े कपड़ा बाजार में लगी आग, 500 दुकानें जलकर खाक, दमकल की 18 गाड़ियों ने आग पर पाया काबू
हावड़ाः पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के मंगला हाट में शुक्रवार तड़के भीषण आग लग गई। जिसमें 500 कपड़े की दुकानेंं जलकर खाक हो गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे में लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। आग की सूचना मिलने के बाद दमकल की 18 गाड़ियां मौके पर पहुंची और कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बताया जा रहा है कि आग करीब 5,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैल गई थी।
मंगला हाट पूर्वी भारत में सबसे बड़े कपड़ा बाजारों में से एक है। अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बाजार में कपड़ों का कारोबार होता है और यहां कई थोक और खुदरा कपड़े की दुकानें हैं जो आग में जल गईं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि आग कैसे लगी। शुरू में दमकल की 12 गाड़ियों को घटनास्थल भेजा गया था। लेकिन बाद में आग बुझाने के लिए दमकल की छह और गाड़ियों को भेजा गया।
West Bengal | Massive fire breaks out in Howrah, 12 fire tenders at the spot. Further details awaited pic.twitter.com/JWljfn8tGR
— ANI (@ANI) July 20, 2023
दमकल विभाग के अधिकारी ने कहा कि आग पर लगभग काबू पा लिया गया है। आग से लाखों रुपये की क्षति होने का अनुमान है। हावड़ा थाना मंगला हाट के निकट है। पुलिसकर्मियों ने देर रात करीब एक बजे आग की लपटें देखकर दमकल विभाग को सूचित किया था। आग तेजी से फैल गई क्योंकि दुकानें बांस और लकड़ी की बनी थी और वहां बड़ी मात्रा में कपड़े थे।
हावड़ा रेलवे स्टेशन से करीब डेढ़ किलोमीटर के दायरे में क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। कारोबारी घटनास्थल पहुंचे और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उनके पुनर्वास की मांग की। एक कारोबारी ने कहा, ‘‘इससे पहले 1987 में बाजार जलकर नष्ट हो गया था। हमें चीजों को फिर से जुटाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। एक बार फिर हमने काफी कुछ खो दिया है। मुख्यमंत्री को मामले में दखल देना चाहिए।’’