बंगाल स्कूल वर्दी विवाद: सीएम ममता ने बताया 'बिस्वा बांग्ला' लोगो को सरकार का ब्रांड, कहा टीएमसी से नहीं है कोई लेना देना
By आजाद खान | Updated: March 24, 2022 07:11 IST2022-03-24T07:06:39+5:302022-03-24T07:11:44+5:30
आपको बता दें कि इससे पहले एक अधिकारी ने कहा था, ''एसएचजी द्वारा निर्दिष्ट मानदंडों, रंग और डिजाइन के अनुसार वर्दी, बैग और जूते का निर्माण पूरा होने के बाद इन्हें लागू किया जाएगा।''

बंगाल स्कूल वर्दी विवाद: सीएम ममता ने बताया 'बिस्वा बांग्ला' लोगो को सरकार का ब्रांड, कहा टीएमसी से नहीं है कोई लेना देना
कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल में चल रहे वर्दी विवाद को लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि सभी सरकारी स्कूलों के लिए नई वर्दी में एक जैसा नया प्रतीक चिन्ह (लोगो) पश्चिम बंगाल से संबंधित है न कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से इसका कोई लेना देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘बिस्वा बांग्ला’ लोगो साबित करेगा कि वर्दी राज्य सरकार ने उपलब्ध कराई है। आपको बता दें कि इससे पहले विपक्ष ने पश्चिम बंगाल के स्कूलों में चल रहे वर्दी विवाद पर खूब हंगामा किया था जिस पर सीएम ममता बनर्जी ने जवाब दिया है।
क्या कहा सीएम ममता ने
अधिकारियों ने फैसला किया है कि पश्चिम बंगाल के सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में नीले और सफेद रंग की एक समान वर्दी होगी, और पोशाक में राज्य सरकार का 'बिस्वा बांग्ला' लोगो होगा। जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है। फिलहाल सभी स्कूलों की अलग-अलग रंग की वर्दी है।
इस मुद्दे का पहली बार जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा, "यह (नई वर्दी) निजी स्कूलों के लिए नहीं है, बल्कि राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों के लिए है। हम मुफ्त में वर्दी उपलब्ध कराते हैं। लोगो साबित करेगा कि राज्य सरकार ने वर्दी दी है।" उन्होंने कहा, “यह सरकार का ब्रांड है। किसी ने अदालत में जाकर कहा कि यह टीएमसी का लोगो है। मैं अदालती मामले पर टिप्पणी नहीं करना चाहती।”
फिलहाल मौजूदा वर्दी ही स्कूल में चलेगी
आपको बता दें कि इससे पहले पश्चिम बंगाल के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग ने रविवार को जिलाधिकारियों से कहा कि वे स्कूल की वर्दी को लेकर निर्देशों का पालन करने के बारे में सरकारी स्कूलों से संवाद करें। एक नोटिस में कहा गया है कि एमएसएमई के तहत आने वाले स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) निर्दिष्ट रंगों की वर्दी, लोगो, स्कूल बैग और जूते तैयार करेंगे।
इस पर एक अधिकारी ने कहा, ''एसएचजी द्वारा निर्दिष्ट मानदंडों, रंग और डिजाइन के अनुसार वर्दी, बैग और जूते का निर्माण पूरा होने के बाद इन्हें लागू किया जाएगा।'' अधिकारी ने कहा कि तब तक मौजूदा वर्दी का इस्तेमाल जारी रहेगा।