पश्चिम बंगालःविधानसभाध्यक्ष और उपाध्यक्ष के बीच दरार पैदा कर रहे हैं, सीएम ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर लगाया गंभीर आरोप
By भाषा | Published: November 9, 2021 07:52 PM2021-11-09T19:52:13+5:302021-11-09T19:54:20+5:30
West Bengal: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीरभूम जिले में देवचा-पचामी कोयला खदान परियोजना के कारण विस्थापित या प्रभावित होने वाले लोगों के लिये 10 हजार करोड़ रुपये के मुआवजा पैकेज की घोषणा मंगलवार को की।
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि किसी को भी विधानसभाध्यक्ष और उपाध्यक्ष के बीच दरार पैदा करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
ममता बनर्जी ने यह टिप्पणी उस संदर्भ में की है, जब धनखड़ द्वारा तृणमूल कांग्रेस के चार नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी के बजाय उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी को शपथ दिलाने के लिए कहा गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को विधानसभा अध्यक्ष पद का सम्मान करना चाहिए, न कि उसे कमजोर करने का प्रयास करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभा में कहा, ‘‘मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहती लेकिन किसी को भी अध्यक्ष के पद को नीचा दिखाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। विधानसभा में अध्यक्ष का पद सबसे बड़ा संवैधानिक पद है। यदि कोई अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के बीच दरार पैदा करने की कोशिश करता है, तो यह अस्वीकार्य और अनुचित है।’’
धनखड़ द्वारा उपाध्यक्ष को अधिकृत करने के बाद संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर उनसे विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को शपथ दिलाने की अनुमति देने का अनुरोध किया। धनखड़ इस पर सहमत हो गए और बिमान बनर्जी ने मंगलवार को सुब्रत मंडल, ब्रज किशोर गोस्वामी, उदयन गुहा और राज्य मंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय को शपथ दिलाई। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘यह रवैया कि मैं ही सब कुछ करूंगा और दूसरे बेकार बैठेंगे, यह सही नहीं है। हमें यह रवैया बदलने की जरूरत है।’’
तेल की बढ़ी कीमतों से जुटाए गए चार लाख करोड़ रुपये राज्यों में बांटे केंद्र : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को दावा किया कि केंद्र ने हाल के दिनों में ईंधन की कीमतों में वृद्धि से चार लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं और उन्होंने इस धन को राज्यों के बीच समान रूप से वितरित करने की मांग की। बनर्जी ने विधानसभा सत्र के दौरान आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती की है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल को बढ़े हुए दामों पर बेचने से कर के जरिए करीब चार लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं। अब, वे (भाजपा) चाहते हैं कि राज्य वैट कम करें।
राज्यों को उनका पैसा कहां से मिलेगा?’’ पश्चिम बंगाल विधानसभा को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘केंद्र को उन चार लाख करोड़ रुपये को राज्यों के बीच समान रूप से वितरित करना चाहिए।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य वित्तीय बाधाओं के बावजूद कई ‘सब्सिडी’ प्रदान कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जब भी चुनाव नजदीक होते हैं, वे (केंद्र) कीमतें कम कर देते हैं। यह (चुनाव) खत्म हो जाने के बाद, वे इसे फिर से बढ़ाते हैं। तेल की कीमतों पर हमें भाषण देने वालों को पहले जवाब देना चाहिए कि राज्य सरकार को इसका पैसा कहां से मिलेगा। केंद्र सरकार हमें हमारा बकाया पैसा नहीं देती है।’’
भाजपा ने कहा है कि अगर तेल पर वैट कम नहीं किया गया तो वह ‘‘आंदोलन’’ शुरू करेगी। बनर्जी ने केंद्र सरकार पर राज्यों के बीच टीकों के वितरण के दौरान बंगाल के साथ ‘सौतेला’ व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों को दिए गए टीकों की तुलना में हमें जो टीके दिए गए, उनकी संख्या बहुत कम है। हमने सुनिश्चित किया है कि टीके की एक भी खुराक बर्बाद न हो।’