नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली मे नवंबर माह में पिछले 10 सालों में सबसे अधिक ठंड पड़ने की खबर सामने आ रही है। इस बीच मौसम विभाग ने लोगों को अलर्ट करते हुए कहा है कि यह तो अभी महज शुरुआत है। मौसम विभाग का मानना है कि दिसंबर से लेकर फरवरी तक रात और सुबह के समय हाड़ को कंपा देने वाली ठंड इस साल होने जा रही है।
टीओआई के मुताबिक, उत्तर, उत्तरपश्चिम और मध्य भारत के अलावा पूर्वी भारत में आने वाले समय में ठंड ज्यादा पड़ने की संभावना है। यानी विभाग ने पहले ही बता दिया है कि इसबार हाड़ कंपा देने वाली ठंड से बचने के लिए पहले ही तैयारी कर लीजिए।
मौसम विभाग () ने कहा है कि दिसंबर से फरवरी के दौरान सुबह और रात में ठंड हर साल की तुलना में अधिक होगी और साथ ही दिन के समय में भी इस बार तापमान समान्य से उपर रह सकता है।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा है कि आने वाले समय उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। इसके अलावा कई इलाकों में शीतलहर भी चल सकती है।
हालांकि, दक्षिण भारत में केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के कई इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम हो सकता है। यानी यहां दिन के समय में उतनी गर्मी नहीं होगी। महापात्रा ने बताया कि इसबार सर्दियों के अंत तक यही स्थिति देखने को मिल सकती है।
बता दें कि इंडोनेशिया और आसपास के देशों में ला नीना (La Nina Effect) के असर से इस बार बारिश औसत से अधिक हुई। जिसका असर नवंबर में देखने को मिलेगा। और दिसंबर में कोल्ड डे और सीवियर कोल्ड डे रहने वाले है। IMD महानिदेशक महापात्रा ने एक वेबिनार में कहा था कि यह नहीं समझना चाहिए कि जलवायु परिवर्तन से तापमान में बढ़ोतरी होती है।