PM Security Breach: पीएम की सुरक्षा चूक मामले में पंजाब बीजेपी अध्यक्ष ने सीएम चन्नी को बताया षड्यंत्र का सरदार, जांच समिति को किया खारिज
By रुस्तम राणा | Updated: January 6, 2022 16:51 IST2022-01-06T16:45:21+5:302022-01-06T16:51:38+5:30
पंजाब ईकाई की भारतीय जनता पार्टी ने सीएम चन्नी द्वारा बनाई गई जांच समिति को खारिज कर दिया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने साफ कर दिया है कि राज्य सरकार की बनाई जांच कमेटी को उन्होंने खारिज कर दिया है।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने साफ कर दिया है कि राज्य सरकार की बनाई जांच कमेटी को वे खारिज करते हैं।
चंडीगढ़: पंजाब में पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक मामले की जांच के लिए राज्य की चरणजीत सिंह चन्नी सरकार के द्वारा भले ही जांच समिति का गठन कर दिया गया हो, लेकिन इस मामले में भाजपा के तेवर अभी नरम नहीं हुए हैं। बीजेपी पंजाब सरकार और कांग्रेस पार्टी पर अभी भी हमलावर बनी हुई है।
पंजाब ईकाई की भारतीय जनता पार्टी ने सीएम चन्नी द्वारा बनाई गई जांच समिति को खारिज कर दिया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने साफ कर दिया है कि वे राज्य सरकार की बनाई जांच कमेटी को खारिज करते हैं। शर्मा ने यह भी कहा है कि यह कमेटी कभी कोई निष्कर्ष नहीं खोज पाएगी क्योंकि खुद सीएम ही इस साजिश के मास्टर हैं।
मीडिया के सामने उन्होंने कहा, हम मामले की जांच के लिए पंजाब सरकार द्वारा गठित कमेटी को खारिज करते हैं। मुख्यमंत्री द्वारा बनाई गई यह कमेटी कभी कुछ पता नहीं लगा पाएगी क्योंकि वह खुद इस साजिश के सरगना हैं।
We reject the committee set up by the Punjab government to investigate the matter. This committee formed by the Chief Minister will never be able to find out anything because he himself is the ringleader of this conspiracy: Punjab BJP President Ashwani Sharma pic.twitter.com/XMo9KKMc56
— ANI (@ANI) January 6, 2022
बता दें कि राज्य की चन्नी सरकार ने पीएम मोदी के फिरोजपुर जाते समय सुरक्षा में हुई ‘‘चूक’’ की जांच के लिए बृहस्पतिवार को उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। समिति में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मेहताब सिंह गिल और प्रधान सचिव (गृह मामले और न्याय) अनुराग वर्मा शामिल हैं। जांच समिति तीन दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी।
पंजाब के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में बुधवार को उस वक्त ‘‘गंभीर चूक’’ की घटना हुई जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने उस सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से उन्हें गुजरना था।
प्रधानमंत्री इस व्यवधान के कारण एक फ्लाईओवर पर 15-20 मिनट तक फंसे रहे। इसके बाद प्रधानमंत्री रैली सहित किसी भी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना पंजाब से दिल्ली लौट गए।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में ‘बड़ी चूक’ करार दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है और जवाबदेही तय की जाएगी।
हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस बात से इनकार किया कि कोई सुरक्षा चूक हुई या इसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जांच के लिए तैयार है।