'मोदी सरकार ने ताकत के बलबूते पर कोर्ट से अपने पक्ष में करवाया फैसला', राम मंदिर पर SP सांसद शफीकुर्रहमान ने की विवादित टिप्पणी
By स्वाति सिंह | Published: August 6, 2020 07:46 PM2020-08-06T19:46:19+5:302020-08-06T20:12:14+5:30
समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने ताकत के बलबूते संग-ए-बुनियाद (नींव) रख ली और कोर्ट से भी अपने पक्ष में फैसला करा लिया।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने गुरुवार को कहा है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी, है और हमेशा रहेगी। उन्होंने कहा, 'मुसलमान मोदी-योगी के नहीं अल्लाह के भरोसे है, संग-ए-बुनियाद से मुसलमान को खौफ खाने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने ताकत के बलबूते संग-ए-बुनियाद (नींव) रख ली और कोर्ट से भी अपने पक्ष में फैसला करा लिया।
शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा, 'यह कानूनी इंसाफ नहीं है बल्कि हमारे साथ बहुत बड़ी नाइंसाफी हुई है लेकिन हमने सब्र से काम लिया है। आज भी हम अल्लाह के भरोसे पर यह उम्मीद करते हैं कि इंशाअल्लाह यह जगह हमेशा मस्जिद थी, मस्जिद है और मस्जिद ही रहेगी। इसको कोई मिटा नहीं सकता है।'
असदुद्दीन ओवैसी ने साधा था निशाना
कल असदुद्दीन ओवैसी का भी एक बयान सामने आया था। ओवैसी ने बुधवार की सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, 'बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी इंशाल्लाह।' साथ ही साथ 'उन्होंने बाबरी जिन्दा है।' साथ ही ओवैसी ने अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपनी आधिकारिक क्षमता में शामिल होने को गलत बताते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने न सिर्फ मंदिर बल्कि ‘हिंदू राष्ट्र’ की भी नींव रखी।
ओवैसी ने कहा कि यह दिन “स्वतंत्रता और समानता पर बहुसंख्यवाद” की जीत के तौर पर याद किया जाएगा। ओवैसी ने कहा कि वह भावुक हैं क्योंकि जिस जगह आज भूमिपूजन हुआ वहां मुस्लिम कब्रिस्तान था। ओवैसी ने कहा, 'मैं भावुक हूं प्रधानमंत्री जी क्योंकि आपने संविधान की मूल संरचना को बनाए रखने के अपने संवैधानिक दायित्व को पूरी तरह से त्याग दिया है। मैं भावुक हूं भारत के प्रधानमंत्री जी क्योंकि आपने अपनी शपथ तोड़ी है कि आप संविधान की रक्षा करेंगे।'
मस्जिद हमेशा मस्जिद रहेगा: साजिद रशीदी
ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के प्रेसिडेंट साजिद रशीदी ने भड़काऊ बयान दिया है। साजिद रशीदी ने कहा है कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद नहीं बनाया गया था लेकिन अब संभव है कि मंदिर को तोड़कर इसे बनाया जाए। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार रशीदी ने कहा, 'इस्लाम कहता है कि मस्जिद हमेशा मस्जिद रहेगा। कुछ और बनाने के लिए इसे नहीं तोड़ा जा सकता है। हमें भरोसा है कि ये था और हमेशा मस्जिद रहेगा। मस्जिद को मंदिर तोड़कर नहीं बनाया गया था लेकिन अब लगता है कि मस्जिद बनाने के लिए मंदिर तोड़ा जाएगा।'
बाबरी मस्जिद कल भी थी, आज भी है और कल भी रहेगी: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
उधर, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (All India Muslim Personal Law Board) ने एक बड़ा बयान जारी किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि बाबरी मस्जिद हमेशा एक मस्जिद रहेगी। बोर्ड ने कहा है कि सु्प्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है लेकिन इंसाफ को उन्होंने शर्मिंदा किया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बाबरी मस्जिद का अस्तित्व नहीं बदल जाएगा। बोर्ड ने इसे एक राजनीति कहा है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ट्वीट कर अपना अधिकारिक बयान जारी किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना वली रहमानी ने कहा है कि बाबरी मस्जिद कल भी थी, आज भी है और कल भी रहेगी। मस्जिद में मूर्ति रखने और पूजन होने से उसमें बदलाव नहीं होगा। वली रहमानी ने कहा, लंबे अर्से तक नमाज पर प्रतिबंध लगा देने से मस्जिद का वजूद खत्म नहीं हो जाता है। किसी को भी हताश होने की जरूरत नहीं है। स्थिति हमेशा के लिए एक जैसी नहीं रहती है। ये सब एक राजनीति है।