Kuno National Park: कूनो राष्ट्रीय उद्यान में कुल 20 चीते हुए, 2-8 साल की उम्र के, वीडियो देख होंगे दंग
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 18, 2023 08:25 PM2023-02-18T20:25:27+5:302023-02-18T20:26:33+5:30
Kuno National Park: भारत में अंतिम चीते की मृत्यु वर्तमान छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में 1947 में हुई थी और इस प्रजाति को 1952 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था।
Kuno National Park: भारत में पिछले सात दशक से विलुप्त चीतों को पुन: बसाने की योजना ‘‘प्रोजेक्ट चीता’’ के तहत भारतीय वायुसेना के विमान से दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों को शनिवार को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में लाकर अलग-अलग बाड़ों में छोड़ दिया गया।
इसके साथ ही केएनपी में अब कुल 20 चीते हो गए हैं। भारत में अंतिम चीते की मृत्यु वर्तमान छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में 1947 में हुई थी और इस प्रजाति को 1952 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था। भारत में चीतों को फिर से बसाने के उद्देश्य से ‘प्रोजेक्ट चीता’ की शुरुआत की गई। इसके तहत पहले नामीबिया से और अब दक्षिण अफ्रीका से चीतों को यहां लाया गया है।
Indian Air Force's Mi-17 helicopters carrying the second batch of 12 Cheetah lands at the Kuno National Park in Madhya Pradesh. pic.twitter.com/eBzzQpuI11
— ANI (@ANI) February 18, 2023
इससे पहले, पिछले साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केएनपी में एक समारोह के दौरान नामीबिया से लाए गए आठ चीतों के पहले जत्थे को बाड़ों में छोड़ा था। भारतीय वायुसेना का परिवहन विमान चीतों को लेकर सुबह करीब दस बजे ग्वालियर हवाई अड्डे पर पहुंचा। 12 चीतों के इस दूसरे जत्थे में सात नर और पांच मादा चीते शामिल हैं।
इन चीतों ने परिवहन विमान से दक्षिण अफ्रीका के गौतेंग स्थित ओआर टांबो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हजारों मील दूर भारत में अपने नए घर के लिए यात्रा शुक्रवार शाम को शुरू की थी। हवाई यात्रा के दौरान प्रत्येक चीते को एक अलग विशेष लकड़ी के बक्से में रखा गया था। ग्वालियर पहुंचने के बाद चीतों को भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर से श्योपुर जिले में स्थित केएनपी ले जाया गया।
The vision of PM Modi is to protect the environment and wildlife which is showing a path to the world. The Cheetah project is one example. I want to congratulate the entire team for bringing the Cheetahs safely: Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan pic.twitter.com/05KwxlYKuR
— ANI (@ANI) February 18, 2023
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने केएनपी में इन चीतों को अलग-अलग बाड़ों में छोड़ा। इन चीतों को यहां लाने से पहले दक्षिण अफ्रीका में एक माह तक अलग अलग बाड़ों में रखा गया था।
#WATCH | Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan releases the second batch of 12 Cheetah brought from South Africa, to their new home Kuno National Park in Madhya Pradesh. pic.twitter.com/uQuWQRcqdh
— ANI (@ANI) February 18, 2023
विशेषज्ञों ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के एक प्रतिनिधिमंडल ने पिछले साल सितंबर की शुरुआत में केएनपी का दौरा किया था ताकि जमीन पर दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले जानवरों के आवास के लिए वन्यजीव अभयारण्य में व्यवस्था का जायजा लिया जा सके। इन चीतों के स्थानांतरण के लिए पिछले महीने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक करार हुआ था।
#WATCH | Indian Air Force's Mi-17 helicopters carrying the second batch of 12 Cheetah brought from South Africa landed at the Kuno National Park in Madhya Pradesh, earlier today. pic.twitter.com/5fBJo9f0ML
— ANI (@ANI) February 18, 2023
दक्षिण अफ्रीका ने भारत को ये चीते दान किए हैं। भारत को प्रत्येक चीता को स्थानांतरित करने से पहले इन्हें वहां पकड़ने के लिए 3,000 डॉलर का भुगतान करना पड़ता है। भारत ने पिछले साल अगस्त में इन दक्षिण अफ्रीकी चीतों को विमान से देश लाने की योजना बनाई थी, लेकिन दोनों देशों के बीच औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर करने में देरी के कारण ऐसा नहीं हो सका।
#WATCH | MP has got a gift on Mahashivratri. I thank PM Modi, it is his vision. 12 Cheetahs will be rehabilitated to Kuno & total number will become 20. The Cheetahs that had come earlier have now adapted to the situation very well: Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan pic.twitter.com/WpMhpdZcc2
— ANI (@ANI) February 18, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को अपने 72वें जन्मदिन पर अफ्रीकी देश नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को केएनपी में छोड़ा था। हालांकि, उस समय दक्षिण अफ्रीकी सरकार से अनुमोदन के अभाव में इन 12 चीतों को केएनपी नहीं लाया जा सका था। चीतों का नया घर कूनो राष्ट्रीय उद्यान विंध्याचल पर्वत के उत्तरी किनारे पर स्थित है और 700 वर्ग किलोमीटर से अधिक में फैला हुआ है।
#WATCH | PM Modi started Cheetah project in Dec. The second part of this project has started. Meanwhile, quarantine of Cheetahs from Namibia is over. It is a great thing that MP Govt's Forest Dept officials have prepared 450 Cheetah Mitras in 6 months: Union Min Bhupendra Yadav pic.twitter.com/esRC8iAddN
— ANI (@ANI) February 18, 2023
दक्षिण अफ्रीका से कूनो राष्ट्रीय उद्यान पहुंचे चीते 2-8 साल की उम्र के
दक्षिण अफ्रीका से शनिवार को मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में लाए गए 12 चीतों में सबसे बड़ा आठ साल और तीन महीने की आयु का नर है जबकि सबसे छोटा चीता दो साल और चार महीने की मादा है। तीन चीते - जिनमें दो मादा और एक नर है- जून 2020 में पैदा हुए हैं जबकि उम्र में दूसरा सबसे बड़ा चीता सात साल और दो महीने की उम्र का नर है।
MP: CM Chouhan releases 12 cheetahs in Kuno National Park, lauds PM Modi's vision for environment conservation
— ANI Digital (@ani_digital) February 18, 2023
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‘‘प्रोजेक्ट चीता’’ से जुड़े एक विशेषज्ञ ने बताया कि एक दक्षिण अफ्रीकी चीते का औसत जीवनकाल 8 से 10 साल का होता है। दक्षिण अफ्रीका से सात नर और पांच मादा सहित 12 चीतों का यह दूसरा जत्था शनिवार को केएनपी लाया गया है जबकि नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को पिछले साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां बाड़ों में छोड़ा था।