बुलडोजर चलवाएगा उत्तराखंड वक्फ बोर्ड, हजारों एकड़ जमीन पर है अवैध कब्जा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 11, 2022 04:34 PM2022-09-11T16:34:36+5:302022-09-11T16:43:24+5:30
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपये मूल्य की कब्जे की जमीनों को खाली करवाने के लिए बुलडोजर खरीदेगा या उन्हें किराए पर लेगा।
देहरादून: उत्तराखंड वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष पद संभालते ही शादाब शम्स ने कहा कि वक्फ बोर्ड प्रदेश में फैली अपनी संपत्तियों पर बनाये गये कथित अवैध ढांचों को जल्द से जल्द गिराएगा। शम्स ने इस संबंध में रविवार को कहा कि मौजूदा समय में उत्तराखंड में वक्फ की 1.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्तियों पर अवैध कब्जा है।
इसलिए वो वक्फ की 15 सितंबर को होने वाली बैठक में राज्य में फैली वक्फ की संपत्तियों पर से अवैध कब्जे को हटाने के लिए बुलडोजर खरीदने या उन्हें किराए पर लेने का प्रस्ताव पेश करेंगे। समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए वक्फ के अध्यक्ष ने कहा, "हमारी जानकारी के हिसाब से वक्फ की हजारों एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। हम अपनी संपत्तियों को माफिया के चंगुल से मुक्त करना चाहते हैं ताकि वे उन लोगों के लिए उपयोगी बन सकें, जिनके लिए वे वास्तव में हैं।"
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "अवैध कब्जाधारियों को नोटिस दिया जा रहा है और उनके खिलाफ अगले सप्ताह से कार्रवाई भी शुरू होगी और कार्रवाई की शुरुआत देहरादून के प्रेम नगर से होगी। जहां वक्फ की 14 बीघा जमीन पर अलीगढ़ के मुसलमानों का कब्जा है, जो सालों पहले यहां सेलाकी क्षेत्र में कारखानों में काम करने आए थे और वक्फ की जमीन पर अपना घर बना लिया है। वहां पर करीब 200 परिवारों ने वक्फ की जमीन पर कब्जा जमाया हुआ है।"
उन्होंने कहा, "उन्हें कोई नहीं जानता कि वो कौन हैं, वे संदिग्ध पृष्ठभूमि वाले लोग हो सकते हैं। ये उत्तराखंड किसी के लिए सराय नहीं है कि कोई भी रहे, यहां पर।"
शम्श ने कहा कि वक्फ उन जमीनों पर जरूरतमंदों युवाओं को आश्रय, कोचिंग और कौशल विकास केंद्र विकसित करके देना चाहता है, जिससे हमारा समाज तरक्की कर सके।
उन्होंने कहा कि जमीन खाली कराने के अलावा वक्फ बोर्ड अपने मदरसों के पाठ्यक्रम के पुनर्गठन और धार्मिक किताबों को एनसीईआरटी की तरह शिक्षा के लिए बनाये जाने की दिशा में काम करने की बड़ी योजना बना रहा है।
उन्होंने कहा, "उत्तराखंड बोर्ड के पाठ्यक्रम को वक्फ बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे लगभग 103 मदरसों में पेश किया जाएगा और वहां पर एनसीईआरटी की किताबें भी पढ़ाई जाएंगी।"
वक्फ प्रमुख ने कहा, "हम चाहते हैं कि मदरसों में बच्चों को भी अन्य स्कूलों की तरह आधुनिक शिक्षा दी जाए। हम अपने मदरसों में एक ऐसी व्यवस्था बनाएंगे जहां छात्रों को कुरान और हदीस पढ़ाने के लिए केवल दो घंटे आवंटित किए जाएंगे बाकी के घंटे में वो भी किसी अन्य स्कूलों की तरह सामान्य विषयों को पढ़ सकेंगे।"
मालूम हो कि शादाब शम्स को बीते 7 सितंबर को उत्तराखंड के 10 सदस्यीय वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया था।