'विनेश की जान भी जा सकती थी...", कोच वोलर अकोस ने बताई उस रात की कहानी, वजन कम करने के लिए जान झोंक दी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: August 16, 2024 10:35 IST2024-08-16T10:34:19+5:302024-08-16T10:35:55+5:30
Vinesh Phogat- पदक से चूकने वाली विनेश फोगाट के बारे में उनके कोच वोलर अकोस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। पेरिस खेलों में विनेश फोगट के कोच वोलर अकोस ने बताया है कि वजन कम करने की कोशिशों में विनेश की जान भी जा सकती थी।

विनेश फोगट ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किग्रा स्पर्धा के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया था।
नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) में 50 किग्रा स्पर्धा के फाइनल में पहुंचकर भी पदक से चूकने वाली विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के बारे में उनके कोच वोलर अकोस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। पेरिस खेलों में विनेश फोगट के कोच वोलर अकोस ने बताया है कि वजन कम करने की कोशिशों में विनेश की जान भी जा सकती थी।
वोलर अकोस ने हंगरी में एक फेसबुक पोस्ट में ये बातें लिखीं लेकिन बाद में इन्हें हटा लिया। इस पोस्ट में वोलर अकोस ने भारतीय पहलवान की परेशानियों का खुलासा किया। उन्होंने लिखा था, "सेमीफाइनल के बाद, 2.7 किलोग्राम वजन ज्यादा हो गया। हमने एक घंटे और बीस मिनट तक व्यायाम किया, लेकिन 1.5 किलोग्राम अभी भी बचा हुआ था। बाद में, 50 मिनट के सॉना के बाद, उसके शरीर पर पसीने की एक बूंद भी नहीं दिखी। कोई विकल्प नहीं बचा था, और आधी रात से सुबह 5:30 बजे तक, उसने अलग-अलग कार्डियो मशीनों पर मेहनत की और कुश्ती का अभ्यास भी किया। एक बार में लगभग तीन-चौथाई घंटे, दो-तीन मिनट के आराम के साथ। ऐसा करते करते वह गिर गई, लेकिन किसी तरह हमने उसे उठाया, और उसने सौना में एक घंटा और बिताया। मैं जानबूझकर नाटकीय विवरण नहीं लिख रहा हूं। मुझे केवल यह सोचना याद है कि वह मर सकती है।"
बता दें कि विनेश फोगट ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किग्रा स्पर्धा के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया था। लेकिन 29 वर्षीय पहलवान को महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल फाइनल की सुबह अयोग्य घोषित कर दिया गया था। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने भी बाद में विनेश की अपील ठुकरा दी और अयोग्यता के खिलाफ फोगट की अपील को खारिज कर दिया। इससे ओलंपिक रजत पदक हासिल करने की उनकी उम्मीदें पूरी तरह धराशायी हो गईं।
वोलर अकोस ने आगे अस्पताल से लौटते वक्त विनेश के साथ हुई बातचीत का जिक्र भी किया। अकोस ने कहा कि उस रात अस्पताल से लौटते समय हमारी बातचीत दिलचस्प रही। विनेश फोगट ने कहा, "कोच, दुखी मत होइए क्योंकि आपने मुझसे कहा था कि अगर मैं खुद को किसी मुश्किल स्थिति में पाती हूं और मुझे अतिरिक्त ऊर्जा की जरूरत होती है, तो मुझे यह सोचना चाहिए कि मैंने दुनिया की सर्वश्रेष्ठ महिला पहलवान (जापान की यूई सुसाकी) को हराया है। मैंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया, मैंने साबित कर दिया कि मैं दुनिया की सर्वश्रेष्ठ पहलवानों में से एक हूं। हमने साबित कर दिया है कि गेमप्लान काम करते हैं। पदक, पोडियम सिर्फ वस्तुएं हैं। प्रदर्शन को नहीं छीना जा सकता।"