Video: रात में लद्दाख में सेना का ऑपरेशन, हेलीकॉप्टरों ने भरी उड़ान, इंडियन आर्मी ने दिखाई ताकत, सामने आया वीडियो, देखें
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: September 21, 2024 13:02 IST2024-09-21T13:00:53+5:302024-09-21T13:02:15+5:30
भारतीय सेना के जवानों ने लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाकों में रात में ऑपरेशन करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। सेना ने ऑपरेशन के लिए स्वदेशी ALH ध्रुव हेलीकॉप्टरों का भी इस्तेमाल किया और दिखाया कि वे लद्दाख में हेलिकॉप्टरों के बेड़े का रखरखाव कैसे करते हैं।

इंडियन आर्मी ने दिखाई ताकत, सामने आया वीडियो
नई दिल्ली: भारतीय सेना के जवानों ने लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाकों में रात में ऑपरेशन करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। सेना ने ऑपरेशन के लिए स्वदेशी ALH ध्रुव हेलीकॉप्टरों का भी इस्तेमाल किया और दिखाया कि वे लद्दाख में हेलिकॉप्टरों के बेड़े का रखरखाव कैसे करते हैं। लद्दाख में भारतीय सेना के सामने चीन से जिस तरह की चुनौतियां मिल रही हैं उसे देखते हुए सेना ताकत भी बढ़ा रही है और तैयारियां भी पुख्ता कर रही है।
रात में ऑपरेशन करने की क्षमता का प्रदर्शन करने का वीडियो भी सामने आया है। रात के ऑपरेशन पर बोलते हुए, एक पायलट ने कहा कि रात की उड़ान दिन की उड़ान से ज़्यादा चुनौतीपूर्ण होती है क्योंकि सूरज ढलने के बाद ज़्यादा उपकरणों पर निर्भरता बढ़ जाती है।
#WATCH | Indian Army troops show the capability of carrying out night operations in high altitude areas of Ladakh in the Indigenous ALH Dhruv helicopters and how they maintain the fleet of choppers there. pic.twitter.com/MqCofve0Fj
— ANI (@ANI) September 21, 2024
चीतल श्रेणी के हेलीकॉप्टर के पायलट मेजर अमरेंद्र ने समाचार एजेंसी ANI को बताया, "यह चीतल श्रेणी का हेलीकॉप्टर है...रात में उड़ते समय दूर तक देखना मुश्किल होता है...रात में उड़ान के दौरान हम उपकरणों पर ज़्यादा निर्भर रहते हैं। उड़ान से पहले विशेष ब्रीफिंग होती है जिसमें मिशन ब्रीफिंग, मौसम ब्रीफिंग शामिल है। रात की उड़ान दिन की उड़ान से ज़्यादा चुनौतीपूर्ण होती है।"
तकनीकी पर्यवेक्षक मेजर आयुष देवीज्याल ने कहा कि रात के ऑपरेशन को शुरू करने से पहले कई तरह की तैयारियाँ की जाती हैं"। उन्होंने एएनआई को बताया, "जांच के बाद, इंजन अधिकारी हेलीकॉप्टर को उड़ान के लिए प्रमाणित करता है... ये हल्के हेलीकॉप्टर हैं जो बचाव कार्यों, रात के ऑपरेशनों को अंजाम देने में बहुत उपयोगी हैं।"
इंजीनियर अधिकारी हविंदर कुमार ने कहा: "मुझे यह सुनिश्चित करना है कि मेरे अधीन काम करने वाले सभी तकनीशियन और पर्यवेक्षकों को उचित प्रशिक्षण मिल रहा है... उड़ान सुरक्षा सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है और हम इससे कभी समझौता नहीं करते हैं... हेलीकॉप्टर को तैयार करने में आठ लोगों की ज़रूरत होती है... सर्दियों के मौसम में हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है... सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है।"