अमहदाबादः गुजरात के खेड़ा जिले में गरबा इवेंट पर पथराव करने वाले लोगों को पुलिस द्वारा जनता के सामने खंभे से बांधकर पीटने और हाथ जोड़कर माफी मंगवाने का वीडियो सामने आया है। सोमवार रात अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोग जबरन गरबा स्थल पर घुस गए और वहां मौजूद लोगों पर पथराव किया जिसमें छह लोग घायल हो गए थे।
पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों को हिरासत में लिया है जबकि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। सामने आए वीडियो में पथराव में शामिल लोगों को पुलिसकर्मी बारी-बारी से खंभे के सहारे खड़ा करके उनकी लाठियों से पिटाई कर रहे हैं। पुलिस की पिटाई के दौरान आरोपियों को माफी मांगते सुना जा सकता है।
वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर कइयों ने इसकी आलोचना की। वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इसपर नाराजगी जाहिर की है। वीडियो साझा करते हुए ओवैसी ने लिखा, 'हर दिन बड़े पैमाने पर कट्टरता के अधिक प्रमाण मिलते हैं। पुलिस द्वारा कोड़े मारना और भीड़ द्वारा हिंसा करना आम बात हो गई है। मुसलमानों के खिलाफ लक्षित हिंसा को "न्याय" के रूप में माना जाता है। यह है मोदी के विश्वगुरु/नए भारत/5जी/$5 ट्रिलियन टन की अर्थव्यवस्था की हकीकत।'
वीडियो में पथराव करने वाले शख्स की पिटाई के वक्त वहां मौजूद भीड़ भारत माता की जय के नारे लगा रही है। उछल-उछल कर अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं।
बकौल रिपोर्ट्स, गरबा इवेंट पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने हमला किया था जिसमें 9 लोग घायल हुए। खेड़ा के पुलिस अधीक्षक राजेश गढ़िया ने कहा था, “आरिफ और जहीर नामक दो लोगों के नेतृत्व में एक समूह नवरात्रि गरबा स्थल में घुस गया और हंगामा करने लगा। उन्होंने पथराव भी किया।” उन्होंने कहा, “छह लोग घायल हो गए।