रकबर खान मामले में वीएचपी नेता गिरफ्तार
By भाषा | Published: June 20, 2021 02:35 PM2021-06-20T14:35:11+5:302021-06-20T14:35:11+5:30
जयपुर, 20 जून राजस्थान में अलवर जिले के रामगढ़ में तीन साल पूर्व 28 वर्षीय रकबर ऊर्फ अकबर की गौ रक्षकों द्वारा कथित रूप से पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) के नेता नवल किशोर शर्मा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने लावंडी गांव में 20 जुलाई 2018 को हुई घटना के सिलसिले में यह पांचवीं गिरफ्तारी की है।
पुलिस इस मामलें में शामिल चार आरोपियों परमजीत सिंह, नरेश शर्मा, विजय कुमार और धर्मेन्द्र यादव के खिलाफ 2019 में आरोप पत्र दायर कर चुकी है।
अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि वीएचपी नेता की गिरफ्तारी रामगढ़ पुलिस ने तीन-चार दिन पूर्व की थी।
मामले की जांच कर रहे सहायक पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीमन मीणा ने बताया कि नवल किशोर शर्मा की गिरफ्तारी उन्हीं आरोपों के तहत की गई है जिनमें पहले चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस ने नवल किशोर शर्मा को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 304 (गैर इरादतन हत्या) सहित अन्य धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है और उसे अदालत में पेश कर 10 दिन की पुलिस हिरासत ले ली है तथा उससे पूछताछ की जा रही है।
रकबर के परिजनों की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में शर्मा आरोपी है। आरोप है कि रामगढ़ के गौरक्षा प्रकोष्ठ का प्रमुख शर्मा, खान की पीट-पीट कर हत्या करने वाली भीड़ का नेतृत्व कर रहा था।
विशेष लोक अभियोजक अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि नवल किशोर शर्मा की टेलीफोन पर हुई बातचीत की काफी पहले से जांच की जा रही थी जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि नवल किशोर शर्मा ने यह दर्शाने की कोशिश की कि वह पुलिस की मदद कर रहा है लेकिन वह आपराधिक षडयंत्र का हिस्सा था।
अलवर के रामगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र में 20 जुलाई 2018 को रकबर ऊर्फ अकबर और उसके दोस्त असलम की गौ तस्करी के संदेह में भीड़ ने बुरी तरह से पिटाई की जिसमें अलसम किसी तरह बचकर निकल गया था लेकिन पिटाई में गंभीर रूप से घायल हुए रकबर ऊर्फ अकबर की अलवर के अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
रकबर और उसके दोस्त असलम ने लाडपुरा गांव से गायों की कथित खरीदारी की थी और वे उन्हें लेकर लालवंडी से होकर हरियाणा में अपने गांव जा रहे थे। उसी दौरान आरोपियों ने उनपर हमला कर दिया था।
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