गाय के पेट से डॉक्टर ने निकाला लोहे की कील और 35 किलो प्लास्टिक की थैलियां
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 11, 2019 04:24 PM2019-05-11T16:24:17+5:302019-05-11T16:24:17+5:30
डॉ. काटे ने जब ऑपरेशन शुरू किया तो आंत में प्लास्टिक की थैलियों का गुच्छा लगातार निकलता रहा. कील, नट-बोल्ट सहित कई चौंकाने वाली चीजें निकलीं.
पाबंदी के बावजूद प्लास्टिक की थैलियों का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है. हालत यह है कि कचरे में पड़ी थैलियां बेजुबां प्राणियों के लिए जानलेवा साबित होने लगी हैं. बीमार और अधमरी स्थिति में पहुंच चुकी अंबाझरी परिसर की एक गाय के पेट से 35 किलो के करीब प्लास्टिक की थैलियां, लोहे के नट-बोल्ट, कील, नॉयलॉन के मांजे का गुच्छा, चप्पल के टुकड़े आदि निकले हैं.
गाय सात महीने के गर्भ से भी है. ऐसे में यह सर्जरी काफी जटिल थी. फिर भी मनपा के पशु निवारा केंद्र, भांडेवाड़ी के पशु चिकित्सक डॉ. मयूर काटे ने इस गाय का ऑपरेशन किया. ऑपरेशन सफल रहा. पर गाय काफी कमजोर हो चुकी है क्योंकि उसके पेट में लंबे समय से प्लास्टिक की थैलियां जमा हो रही थीं.
मौंदे नामक व्यक्ति की गाय सात महीने के गर्भ से है. फिर भी उसने लंबे समय से खाना बंद कर दिया था. पेट भी काफी फूलने लगा था. डॉ. काटे ने उसकी जांच की और दवा-इंजेक्शन देने पर वह कुछ समय ठीक रहती थी, फिर बीमार हो जाती थी. आखिरकार उसके ऑपरेशन का निर्णय लिया गया. गर्भवती होने की वजह से ऑपरेशन गंभीर था. फिर भी गाय के मालिक मौंदे ऑपरेशन के लिए तैयार हो गए.
डॉ. काटे ने जब ऑपरेशन शुरू किया तो आंत में प्लास्टिक की थैलियों का गुच्छा लगातार निकलता रहा. कील, नट-बोल्ट सहित कई चौंकाने वाली चीजें निकलीं. आंत साफ कर गाय की सर्जरी पूरी हुई, पर गाय काफी कमजोर हो चुकी है.