अब 'स्लीपर' बर्थ वाले वंदे भारत ट्रेन लाने की योजना, जानिए कब तक होगा शुरू
By विनीत कुमार | Published: February 5, 2023 07:37 AM2023-02-05T07:37:47+5:302023-02-05T07:45:05+5:30
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि इस साल के आखिर में दिसंबर तक स्लीपर बर्थ वाले वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत कर दी जाएगी। साथ ही 'वंदे मेट्रो' लाने की भी योजना है।
नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि स्लीपर बर्थ की सुविधा वाला पहला वंदे भारत इस साल के अंत तक तैयार हो जाएगा। साथ ही अगले एक साल में पहले वंदे मेट्रो का नमूना भी तैयार कर लिया जाएगा जाएगा।
भारतीय रेल को 2026 के जुलाई-अगस्त में देश की पहली बुलेट ट्रेन के पहली बार चलने की भी उम्मीद है। रेल मंत्री ने कहा कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है और रोलिंग स्टॉक (ट्रेनों) के लिए निविदा इस साल आ जाएगी।
वैष्णव ने कहा कि वर्तमान वंदे भारत ट्रेनें 500-600 किलोमीटर की यात्रा की जरूरत को पूरा करती हैं। वहीं, वंदे मेट्रो शटल दो शहरों के बीच 100 किमी की दूरी तक में चल सकती है।
एक निजी टीवी चैनल पर बुलेट ट्रेन परियोजना के बारे में बात करते हुए वैष्णव ने कहा कि 140 किमी की दूरी तक जगह-जगह पर खंभे बनाए गए हैं, आठ नदियों पर पुल तैयार किए गए हैं और महाराष्ट्र के सभी 13 स्टेशन बुलेट ट्रेन के लिए लगभग तैयार हैं, जो 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी।
वंदे मेट्रो जल्द शुरू होने की संभावना
अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को हैदराबाद में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्रालय से वंदे भारत ट्रेनों की तरह 'वंदे मेट्रो' लाने के लिए कहा है। 'वंदे मेट्रो' पास के दो बड़े स्टेशनों के बीच चलने वाली ट्रेन की अवधारणा की तरह है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे ने पिछले साल खाद्यान्न, उर्वरक और कई अन्य वस्तुओं के परिवहन में 59,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है जो प्रत्येक यात्री के लिए 55 प्रतिशत रियायत के बराबर है।
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री ने इस वर्ष लक्ष्य दिया है। वंदे भारत ट्रेन की सफलता के बाद, (उन्होंने) एक नई विश्व स्तरीय क्षेत्रीय ट्रेन विकसित करने के लिए कहा, जो वंदे मेट्रो होगी।' वंदे मेट्रो ट्रेनों को दो शहरों के बीच उच्च आवृत्ति के साथ चलाया जाएगा जो प्रत्येक 100 किलोमीटर से कम के करीब हैं।