कोरोना वायरस के नए वैरिएंट और म्यूटेशन को लेकर फैले पैनिक के बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि कोरोना की वैक्सीन जल्द आएगी और यह वैक्सीन नए वैरिएंट पर काम करेगी। प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. के विजय राघवन ने मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय प्रेसवार्ता में कहा कि 'कोरोना वैक्सीन यूके और दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले वेरियंट्स के खिलाफ भी काम करेंगी। क्योंकि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि वर्तमान वैक्सीन इन कोरोना वेरियंट्स से बचाने में नाकाम रहेंगी।' वैक्सीन हमारे इम्यून सिस्टम में एंटीबाडीज की वाइड रेंज को बढ़ाती है।
ऐसा कोई प्रमाण कि नया कोरोना वैरिएंट बीमारी की गंभीरता बढ़ाता हो लेकिन संक्रमण बढ़ने पर अस्पताल में मरीज़ ज़रूर बढ़ सकते हैं। भारत में नए कोरोना वैरिएंट के 6 मामले सामने आए हैं जो चिंता का विषय हैं। ब्रिटेन से लौटने वाले छह मरीज इस म्यूटेंट कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी लोगों को सिंगल आइसोलेशन रूम में रखा गया है। इनके संपर्क में आए करीबी लोगों को भी क्वारंटाइन में रखा गया है।
कुल 33,000 यात्री यूके से भारत के अलग-अलग एयरपोर्ट पर 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच आए थे, जिनमें से अभी तक 114 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनके सैंपल को जब जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया तो छह में नया स्ट्रेन पाया गया। इनमें से तीन सैंपल एनआईएमएचएएनएस, बेंगलुरु, 2 सीसीएमबी, हैदराबाद और 1 एनआईवी, पुणे में मिला है।
आइसीएमआर के डीजी ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम वायरस पर बहुत अधिक इम्यून प्रेशर न डालें। हमें ऐसी थेरेपी का प्रयोग करना होगा जो लाभ देने वाली हैं। यदि फायदा नहीं होता है तो हमें उन उपचारों का उपयोग नहीं करना चाहिए अन्यथा यह वायरस पर प्रेशर डालेगा और यह अधिक म्यूटेट करेगा। नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल ने कहा कि इन सभी मरीजों को उनके राज्यों में खास तौर पर तैयार हेल्थकेयर फैसिलिटी में रखा गया है। उनके करीबी लोगों को भी क्वारंटाइन किया गया है। इसके अलावा, उनके सहयात्रियों, परिवार के अन्य सदस्यों और संपर्क में आए दूसरे लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। दूसरे नमूनों की भी जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है। जिससे नए वैरिएंट की छोटी चैन को बढ़ने से रोका जा सके।
सावधानी जरूरी, नए साल की पार्टी सुपर स्प्रेडर को दे सकती है न्यौता :नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने कहा कि ठंड के मौसम में बड़ी आबादी अभी भी कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर अतिसंवेदनशील है। उन्होंने कहा कि नए स्ट्रेन ने भारत समेत कई देशों की यात्रा की है, भारत सातवा देश है। ऐसे में हमें सावधान रहने की जरूरत है। इस दौरान कोई भी लापरवाह नहीं हो सकता है। यह समझ लीजिए अगर आप नए साल की पार्टी या ज्यादा संख्या में मिलते जुलते हैं तो संक्रमण के सुपर स्प्रेडर को न्यौता दे रहे हैं।