उत्तराखंडः आपदा के एक साल बाद ऋषिगंगा में एक और मिली लाश, टनल की सफाई में एक हफ्ते में दूसरी लाश बरामद, 140 हुए थे लापता
By अनिल शर्मा | Published: February 23, 2022 10:31 AM2022-02-23T10:31:46+5:302022-02-23T10:40:13+5:30
पिछले साल सात फरवरी को हिमनद टूटने से ऋषिगंगा नदी में अचाानक आई बाढ़ में परियोजना स्थल पर कार्यरत 140 लोग लापता हो गए थे जिनमें से 37 के शव बरामद हो चुके हैं जबकि 103 अभी लापता हैं।
गोपेश्वरः उत्तराखंड में लगभग एक साल पहले ऋषिगंगा आपदा में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई 520 मेगावाट की तपोवन-विष्णुगाड पनबिजली परियोजना की सुरंग की सफाई के दौरान मंगलवार को एक और शव मिला। चमोली जिले के तपोवन में परियोजना की सुरंग से बरामद शव की पहचान जोशीमठ के रविग्राम निवासी 25 वर्षीय दीपक टम्टा के रूप में हुई है।
पिछले साल सात फरवरी को हिमनद टूटने से ऋषिगंगा नदी में अचाानक आई बाढ़ में परियोजना स्थल पर कार्यरत 140 लोग लापता हो गए थे जिनमें से 37 के शव बरामद हो चुके हैं जबकि 103 अभी लापता हैं। इससे पहले, 15 फरवरी और 21 फरवरी को भी परियोजना की सुरंग की सफाई के दौरान दो शव बरामद हुए थे।
इस आपदा में जहां रैंणी में ऋषिगंगा पनबिजली परियोजना पूरी तरह से बह गयी थी वहीं तपोवन-विष्णुगाड पनबिजली परियोजना को भारी नुकसान पहुंचा था। कुल मिलाकर 200 से ज्यादा लोग लापता हो गए थे। इनमें से अभी तक 80 से ज्यादा शव बरामद हो चुके हैं।