Uttarakhand rains: चारधाम यात्रा रोकी गई, IMD का राज्य में 'भारी बारिश' को लेकर रेड अलर्ट
By आकाश चौरसिया | Published: July 7, 2024 12:44 PM2024-07-07T12:44:19+5:302024-07-07T13:15:02+5:30
Uttarakhand rains: मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो तीर्थयात्री जिस जगह पर यात्रा के लिए पहुंच गए हैं, वे मौसम साफ होने तक विश्राम करें।

फोटो क्रेडिट- एक्स
Uttarakhand rains: लगातार हो रही भारी बारिश और नदियों के खतरे के निशान पार करने से राज्य में बाढ़, भूस्खलन जैसे हालात के बीच मौसम विज्ञान केंद्र उत्तराखंड ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि ऋषिकेश से आगे चारधाम की यात्रा प्रारम्भ न करें। इसके साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि जो तीर्थयात्री जिस जगह पर यात्रा के लिए पहुंच गए हैं, वे मौसम साफ होने तक विश्राम करें। अन्यथा आपको नुकसान होगा और कहीं भी, कुछ भी अनहोनी होने की आशंका है।
उत्तराखंड में स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि 7 एवं 8 जुलाई, 2024 को गढ़वाल मंडल के विभिन्न जनपदों में भारी से भारी वर्षा होने की संभावना जताई है।
चारधाम यात्रा हेतु जाने वाले श्रद्धालुओं से विशेष अपील।#UttarakhandPolice#CharDhamYatrapic.twitter.com/pQwod8uzn6
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) July 7, 2024
मौसम एजेंसी ने आज और कल उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए यात्रा स्थगित कर दी गई है।
आयुक्त विनय शंकर पांडे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मौसम विभाग की 7-8 जुलाई को गढ़वाल मंडल में भारी बारिश की भविष्यवाणी को देखते हुए, सभी भक्तों से आग्रह किया जाता है कि वे 7 जुलाई को ऋषिकेश से आगे चारधाम यात्रा शुरू न करें।" गढ़वाल आयुक्त ने तीर्थयात्रियों को खराब जलवायु परिस्थितियों के बीच अपनी आगे की यात्रा शुरू करने से पहले मौसम साफ होने तक प्रतीक्षा करने की सलाह दी।
पिछले कई दिनों में, उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण पहाड़ियों पर भूस्खलन हुआ है। परिणामस्वरूप, बद्रीनाथ की ओर जाने वाला राजमार्ग पहाड़ियों से मलबा गिरने के कारण कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गया है।
A bridge has collapsed at Mohan, near Corbett Tiger Reserve after heavy rain!
— Uttarakhand (@UttarakhandGo) July 6, 2024
अपना उत्तराखंड बिहार से कम थोड़ी ना है👏 pic.twitter.com/Pt6JsX83Bd
दूसरी तरफ जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पास पड़ने वाले मोहन क्षेत्र में बना एक पुल ध्वस्त हो गया। इस पर सोशल मीडिया यूजर्स उत्तराखंड में बने इस पुल की तुलना बिहार में पिछले दिनों गिरे पुल से करते हुए कह रहे हैं कि हमारा उत्तराखंड बिहार से कम थोड़े है।
IMD की संभावना
आईएमडी ने कहा, "07 जुलाई को उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर भारी (64.5-115.5 मिमी) से बहुत भारी वर्षा (115.5-204.4 मिमी) के साथ अत्यधिक भारी वर्षा (> 204.4 मिमी) होने की संभावना है।"
वहीं, बीते शनिवार को दो तीर्थयात्री मोटरसाइकिल से निकले तो, लेकिन कुछ ही दूर पर पहाड़ के गिरने से वे दब कर मौत का शिकार हो गए। यह हादसा तब हुआ, जब हैदराबाद से आए दोनों तीर्थयात्रा स्थल जा रहे थे। इस दौरान सामने आया कि चमौली जिले में कर्णप्रयाग क्षेत्र में बहुत ज्यादा भूस्खलन की घटना हुई है।