यूपी में फर्जीवाड़े का बड़ा खेल, शिक्षिका ने 13 महीने में कमा लिए 1 करोड़ से ज्यादा रुपये, जानिए पूरा मामला

By विनीत कुमार | Published: June 5, 2020 09:29 AM2020-06-05T09:29:14+5:302020-06-05T09:29:14+5:30

उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग में एक बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है। इस मामले में एक शिक्षिका पर आरोप लगा है कि उसने कई स्कूलों से सैलरी ली और करीब 13 महीने में एक करोड़ रुपये से ज्यादा कमा लिए।

Uttar Pradesh teacher anamika shukla earns Rs 1 crore in 13 monts from 25 schools | यूपी में फर्जीवाड़े का बड़ा खेल, शिक्षिका ने 13 महीने में कमा लिए 1 करोड़ से ज्यादा रुपये, जानिए पूरा मामला

यूपी में बड़ा फर्जीवाड़ा, एक शिक्षिका ने 13 माह में सैलरी से कमा लिए एक करोड़ से ज्यादा रुपये (फाइल फोटो)

Highlightsयूपी में एक शिक्षिका पर कई जिलों के स्कूलों से सैलरी लेने के लगे हैं आरोपमामला सामने आने के बाद जांच शुरू, शिक्षिका कहा हैं अभी, इस बारे में किसी को कुछ मालूम नहीं

उत्तर प्रदेश से एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। समाज के कमजोर तबके की लड़कियों के लिए स्थापित आवासीय स्कूल कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में विज्ञान पढ़ाने वाली एक शिक्षका को लेकर ये जानकारी सामने आई है कि वो कथित रूप से एक साथ 25 स्कूलों के लिए 'काम' कर रही थी।

इस दौरान उसने 13 महीने में इन स्कूलों से सैलरी के रूप में फरवरी 2020 तक एक करोड़ से ज्यादा रुपये कमाए। अनियमितता का ये मामला उस समय सामने आया जब शिक्षकों का एक डाटाबेस तैयार किया जा रहा था।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार शिक्षिका का नाम अनामिका शुक्ला है और वो यूपी के प्राथमिक विद्यालयों में रोजाना शिक्षकों की बन रही हाजिरी के बावजूद ये फर्जीवाड़ा करने में कामयाब रही। शिक्षिका मूल रूप से मैनपुरी की रहने वाली है और मौजूद रिकॉर्ड्स के अनुसार और इन सभी स्कूलों में 'काम' करती रही। वहीं, स्कूली शिक्षा के डायरेक्टर जनरल विजय किरण आनंद के अनुसार सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।

अखबार के अनुसार आनंद को शिक्षिका के बारे में शिकायत मार्च में मिली थी। उन्होंने कहा, 'एक शिक्षक कई स्थानों के लिए अपनी हाजिरी कैसे लगा सकता है वो भी तब जब उन्हें प्रेरणा पोर्टल पर ऑनलाइन अपनी हाजिरी डालनी होती है। इसके लिए विस्तृत तौर पर जांच की जरूरत है।'

आनंद ने कहा कि अधिकारियों को जांच के लिए आदेश दे दिए गए हैं। लॉकडाउन के कारण शिक्षिका के रिकॉर्ड का पता नहीं लगाया जा सका है। आनंद ने बताया कि 26 मई को भी अदिकारियों को रिमाइंडर भेजा गया है। अगर शिक्षिका के बारे में जानकारी सही पाई गई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

आनंद ने साथ की बताया, 'हमें इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है कि उसका असल में पोस्टिंग में कहां हुई थी। अभी हम इसकी जांच कर रह रहे हैं। अगर ये आरोप सही हैं तो एफाआईआर की जाएगी।'

दरअसल शुक्ला के अंबेडकर नगर, बागपत, अलीगढ़, सहारनपुर और प्रायगराज तक जिलों में केजीवीभी स्कूल में काम करने के रिकॉर्ड हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती कॉनट्रैक्ट के तौर पर होती है और हर महीने करीब 30 हजार रुपये सैलरी दी जाती है। एक जिले में हर ब्लॉक में कस्तूरबा गांधी स्कूल स्थापित हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या अनामिक सभी स्कूलों के लिए एक ही बैंक अकाउंट का इस्तेमाल कर रही थी, आनंक ने कहा- 'जांच होने के बाद ही इन बातों का पता चल सकेगा।'

बता दें कि यूपी में शिक्षकों के मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों का डिजिटल डाटाबेस तैयार करने के लिए उनकी ज्वाइनिंग की डेट, प्रोमोशन सहित कुछ पर्सनल रिकॉर्ड डाले जाते हैं। ये रिकॉर्ड जब डाले गये तो ये बात सामने आई कि अनामिका शुक्ला एक ही पर्सनल डिटेल्स के साथ 25 स्कूलों में लिस्टेड हैं। 

शुक्ला का जब मामला फरवरी में सामने आया तब रिकॉर्ड के अनुसार वे रायबरेली की कस्तूरबा गांधी स्कूल में काम कर रही थीं। रायबरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश के अनुसार उन्हें तब रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था लेकिन वे नहीं आईं। उनकी सैलरी तत्काल तब रोकी गई और साथ ही उनसे जुड़े दस्तावेज भी जांच के लिए भेजे गए।

Web Title: Uttar Pradesh teacher anamika shukla earns Rs 1 crore in 13 monts from 25 schools

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे