उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी में फरवरी 2020 से एफएम रेडियो शुरू होने जा रहा है, जिसे 30 किलोमीटर के दायरे में सुना जा सकेगा। शुरू में शाम पांच बजे से रात नौ बजे के बीच चलने वाले केजीएमयू के इस एफएम रेडियो से बाद में हर रोज 12 घंटे तक उपयोगी कार्यक्रमों का प्रसारण करने की योजना है।
संस्थान के अधिकारी पिछले दो वर्ष से यह प्रयास कर रहे थे कि केजीएमयू का अपना एक कम्युनिटी एफएम रेडियो स्टेशन हो। अंतत: उनके प्रयास रंग लाए और केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय से इस रेडियो की स्थापना के लिए झंडी मिल गयी है तथा इसको फ्रिकवेंसी भी अलॉट कर दी गई है।
केजीएमयू कार्यपरिषद में भी इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद कुलपति प्रो एम एल बी भट्ट ने सर्जरी विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर विनोद जैन को इसका कार्यकारी अधिकारी बनाया है। प्रो विनोद जैन ने गुरूवार को विशेष बातचीत में बताया कि संस्थान में रोजाना आठ से 10 हजार मरीज आते हैं। इनमें करीब 30 फीसदी लोग ऐसी मौसमी बीमारियों के शिकार होते हैं, जिनसे जरा सी सावधानी बरतकर बचा जा सकता है।
एफएम रेडियो के जरिए गंभीर बीमारियों के शिकार मरीजों को जल्द स्वस्थ होने का संदेश दिया जाएगा, उनके तीमारदारों को अपना काम सेवाभाव से करते रहने और रोगी के स्वस्थ होने की आशा बनाए रखने की सलाह दी जाएगी।
इसके अलावा संस्थान के प्रोफेसर और डाक्टर संचारी रोगों से बचाव के उपायों के साथ ही जीवनशैली और दिनचर्या में बदलाव करके स्वस्थ बने रहने की जानकारी देंगे। विभिन्न बीमारियों और उसके उपचार की सुविधा कहां कहां उपलब्ध है, इस बारे में भी जानकारी मुहैया कराई जाएगी। छोटी मोटी बीमारियों को ठीक करने के देसी उपाय और घरेलू नुस्खे भी बताए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों के इंटरव्यू, समाचार, केजीएमयू द्वारा दी जा रही सुविधाएं और भविष्य की योजनाएं, विशेषज्ञों के व्याख्यान और अन्य संबद्ध कार्यक्रम भी एमएफ रेडियों की प्रसारण सूची का हिस्सा होंगे। इसके अतिरिक्त प्रेरक गीत संगीत और धार्मिक कार्यक्रम भी प्रसारित किए जाएंगे।
प्रो जैन ने बताया कि दो महीने में रेडियों के लिए आधारभूत ढांचा तैयार करने के साथ ही आउटसोर्सिंग के जरिए तकनीकी स्टाफ की भर्ती की जाएगी। उन्होंने बताया कि अस्पताल के विभिन्न वार्डो के गलियारों और बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में छोटे छोटे स्पीकर लगाए जाएंगे ताकि रेडियो से प्रसारित होने वाली कार्यक्रम हर तरफ सुने जा सकें। उन्होंने दावा किया कि उत्तर भारत के किसी भी चिकित्सा संस्थान में कम्युनिटी रेडियो एफएम स्थापित करने का यह अपनी तरह का पहला प्रयास है।