मुंबईः कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा के काफिले को रोके जाने पर राकांपा नेताओं ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की। ग्रेटर नोएडा में पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद दोनों कांग्रेस नेता पैदल ही हाथरस के लिए चल दिए थे।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'राहुल गांधी के प्रति उत्तर प्रदेश पुलिस का लापरवाह रवैया बहुत निंदनीय है। यह उन लोगों के लिए निंदनीय है जिनकी जिम्मेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखते हुए कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं देना है।' सामूहिक बलात्कार की शिकार लड़की के परिजन से मिलने हाथरस जाने के दौरान पुलिस ने उनके काफिले को रोक लिया।
पवार का समर्थन करते हुए महाराष्ट्र के मंत्री और राज्य राकांपा के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने आरोप लगाया कि घटना से भाजपा के यह व्यवहार उजागर होता है कि वह ‘‘भगवान राम का नाम लेती है लेकिन नाथूराम की तरह काम करती है।’’ उनका इशारा नाथूराम गोडसे द्वारा महात्मा गांधी की हत्या की तरफ था। उन्होंने कहा, ‘‘एक प्रमुख पार्टी के प्रमुख नेता के साथ इस तरह का व्यवहार निंदनीय है।’’
महाराष्ट्र के गृह मंत्री और राकांपा के नेता अनिल देशमुख ने यहां संवाददाताओं से कहा कि परिवार को सांत्वना देने के लिए वहां जा रहे किसी भी राजनीतिक दल के नेता को नहीं रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आश्चर्य हो रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को परिजन से नहीं मिलने दिया। यह बहुत गंभीर मुद्दा है।’’ राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने भी उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई की निंदा की।
गोवा कांग्रेस ने राहुल गांधी की ‘गिरफ्तारी’ की ‘आलोचना’ की
गोवा प्रदेश कांग्रेस समिति ने पार्टी के नेता राहुल गांधी की ‘गिरफ्तारी’ को लेकर बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस की आलोचना की। राहुल हाथरस की उस दलित युवती के परिवार से मिलने जा रहे थे जिसकी कथित रूप से सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या कर दी गयी थी।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख गिरिश चोडांकर ने ट्वीट किया है, ‘‘प्रियंका गांधी के साथ हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे राहुल गांधी की उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से भाजपा द्वारा की गई गिरफ्तारी और उनके साथ हुई बदसलूकी की कड़ी आलोचन करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में दुख बांटना अपराध है। गुस्से में भरे देश की आवाज को बल से नहीं दबाया जा सकता।’’ पार्टी ने बताया कि बृहस्पतिवार को पैदल हाथरस जाने के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा को गिरफ्तार कर लिया।
‘अहंकारी सरकार’ की लाठियां हमें नहीं रोक सकतीं, महिलाओं के लिए संघर्ष जारी रहेगा: प्रियंका
हाथरस जाते समय राहुल गांधी के साथ हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ‘अहंकारी सरकार’ की लाठियां उन्हें नहीं रोक सकतीं तथा महिलाओं के लिए संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने यह आरोप लगाया कि उन्हें और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को हाथरस जाने से रोकने के लिए पुलिस ने लाठियां चलाईं, लेकिन ‘अहंकारी सरकार’ की लाठियां उन्हें रोक नहीं सकतीं।
प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘एक घमंडी सत्ता मासूम बच्चियों के मृत शरीरों पर अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही है। अन्याय को रोकने के बजाए, खुद अन्याय कर रही है। महिलाओं के लिए एक सुरक्षित समाज और प्रदेश के लिए- जहां वो आज़ादी से जी सकें और आगे बढ़ सकें - हमारा संघर्ष जारी रहेगा।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘हाथरस जाने से हमें रोका। राहुल जी के साथ हम सब पैदल निकले तो बारबार हमें रोका गया, बर्बर ढंग से लाठियां चलाईं। कई कार्यकर्ता घायल हैं। मगर हमारा इरादा पक्का है। एक अहंकारी सरकार की लाठियां हमें रोक नहीं सकतीं। काश, यही लाठियाँ, यही पुलिस हाथरस की दलित बेटी की रक्षा में खड़ी होती।’’
इससे पहले उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में रोजाना बलात्कार की घटनाएं हुई हो रही हैं। महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ सरकार को लेनी पड़ेगी। जो भी अपराधी हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी होगी।’’ प्रियंका ने दावा किया कि जब तक सरकार को झकझोरा और जगाया नहीं जाएगा तब तक वह महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ नहीं करने वाली है। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि यह घटना (हाथरस सामूहिक बलात्कार) बहुत अन्यायपूर्ण थी और उसके बाद सरकार ने शव के अंतिम संस्कार में जो किया वह तो और भी बड़ा अपमान था।
(इनपुट एजेंसी)