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दरवेश सिंह यादव हत्याकांड: गोली मारने वाला वकील मनीष शर्मा आगरा कॉलेज में था सीनियर

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 13, 2019 11:08 IST

दरवेश पहले यूपी बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन प्रवीण कुमार के साथ काम करती थीं। हमेशा दूसरों के सहयोग के तत्पर दरवेश युवा वकीलों में सबसे लोकप्रिय थीं। वहीं मनीष शर्मा आगरा जिला कोर्ट में दीवानी मामलों के वकील थे। शर्मा के छह और तीन साल के दो छोटे-छोटे बच्चे है।

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ठळक मुद्देदरवेश सिंह मूल रूप से एटा की रहने वाली थीं। दरवेश 2016 में वे बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष रह चुकी हैं।

उत्तर प्रदेश में बुधवार को हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई। आगरा के दीवानी अदालत परिसर में उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्‍यक्ष दरवेश सिंह यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दरवेश को एक वकील द्वारा गोली गारी गई और बाद में उसने खुद भी जान देने की कोशिश की। 

साथी वकील से हुआ विवाद

बुधवार दोपहर करीब तीन बजे उप्र बार काउंसिल की अध्‍यक्ष दरवेश सिंह यादव और अधिवक्‍ता मनीष शर्मा के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। आगरा के ए डी जी अजय आनंद ने बताया कि विवाद इतना बढ़ा कि अधिवक्ता मनीष शर्मा ने दरवेश यादव को एक के बाद एक तीन गोलियां मारीं। गोली चलने से अदालत परिसर में अफरा तफरी फैल गई। इसके बाद मनीष शर्मा ने खुद को भी एक गोली मार ली।

दरवेश तीन दिन पहले बनी थीं अध्यक्ष

तीन दिन पहले ही दरवेश उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं। यूपी बार काउंसिल के इतिहास में वे पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं। यूपी बार काउंसिल का चुनाव रविवार को प्रयागराज में हुआ था। दरवेश सिंह और हरिशंकर सिंह को बराबर 12-12 वोट मिले। दरवेश सिंह के नाम एक रिकॉर्ड यह भी है कि बार काउंसिल के 24 सदस्यों में वे अकेली महिला हैं। चुनाव मैदान में कुल 298 प्रत्याशी थे। 

आगरा से किया एलएलएम

दरवेश सिंह मूल रूप से एटा की रहने वाली थीं। 2016 में वे बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष रह चुकी हैं। वे पहली बार 2012 में सदस्य पद पर विजयी हुई थीं। तभी से बार काउंसिल में सक्रिय रहीं। उन्होंने आगरा कॉलेज से विधि स्नातक की डिग्री हासिल की। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (आगरा विश्वविद्यालय) से एलएलएम किया। उन्होंने 2004 में वकालत शुरू की। 

कॉलेज में सीनियर था गोली मारने वाला वकील

गोली मारने वाले वकील मनीष शर्मा  डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (आगरा विश्वविद्यालय) में दरवेश का सीनियर था। इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार वकील धमेंद्र वर्मा ने बताया, दरवेश मूल रूप से एटा की रहने वाली थी, एक दशक पहले उनका ट्रांसफर आगरा में हुआ जहां उनकी मुलाकात मनीष शर्मा से हुई।

वर्मा बताते हैं, माता-पिता के निधन के बाद दरवेश ने अपने छोटे भाई-बहन की जिम्मेदारी संभाली। उनकी बहन कंचन को यूपी पुलिस में मां की जगह नौकरी मिली। दरवेश की मां यूपी पुलिस में सब-इंस्पेटर थीं। 

दरवेश पहले यूपी बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन प्रवीण कुमार के साथ काम करती थीं। हमेशा दूसरों के सहयोग के तत्पर दरवेश युवा वकीलों में सबसे लोकप्रिय थीं। वहीं मनीष शर्मा आगरा जिला कोर्ट में दीवानी मामलों के वकील थे। शर्मा के छह और तीन साल के दो छोटे-छोटे बच्चे है। 

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