बदायूंः उत्तर प्रदेश के बदायूं में रिश्तों का खून हो गया। दो बेटों मे संपत्ति के लिए माता-पिता को मार डाला। मां-बाप गांव में अकेले रहते थे और बच्चे शहर में नौकरी कर रह थे।
पुलिस ने कहा कि दोनों बेटों ने गुनाह कबूल कर ली है। उन्होंने पुलिस को बताया कि संपत्ति में हिस्सा नहीं मिलने से नाराज चल रहे थे। दोनों की पहचान सुमित और विक्रम के रूप में हुई है और बरेली शहर में नौकरी करते हैं। दंपत्ति के 5 पुत्र थे, एक की मौत पहले हो गई थी। बाकी चारों अलग-अलग शहर में जॉब करते हैं।
जिले के उझानी कोतवाली क्षेत्र की पुलिस ने दावा किया है कि संजरपुर गुलाल गांव में पिछले दिनों संपत्ति की लालच में दो बेटों ने अपने बुजुर्ग माता-पिता की हत्या कर दी। मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बदायूं के उझानी कोतवाली क्षेत्र के संजरपुर गुलाल गांव में 15 दिसंबर की रात बुजुर्ग दंपति राजेंद्र सिंह और राजवती अपने घर में मृत मिले थे।
पुलिस के अनुसार दंपति के बेटे सुमित और विक्रम उर्फ विक्की ने अपने माता-पिता की गला दबाकर हत्या कर दी और उन पर तकिया, रजाई, गद्दा और अन्य प्लास्टिक का सामान रखकर आग लगा दी। बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने सोमवार को बताया, ‘‘घटनास्थल को देख कर पुलिस का शक गहरा हो गया था।
जांच में यह सामने आया कि दोनों ही बेटों का व्यवहार अपने माता-पिता के प्रति अच्छा नहीं था। इसलिए उनके मां-बाप दोनों बेटों से रिश्ता खत्म करना चाहते थे।’’ शर्मा के मुताबिक दोनों बेटों को डर था कि कहीं उन्हें संपत्ति से बेदखल न कर दिया जाए। इसलिए उन्होंने बुजुर्ग माता-पिता की हत्या की साजिश रच डाली।