लखनऊ, 10 जून: उत्तर प्रदेश के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ( KGMU) बच्चों के लिए मौत का घर बन गया है। किंग जॉर्ज मडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल छात्राओं और कर्मचारियों लगातार विरोध कर रहे हैं। शनिवार 9 जून को ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टर्स की लापरवाही के चलते तीन महीने के एक मासूम बच्चे की जान चली गई है। खबरों के मुताबिक यहां 4 बच्चों की मौत हो चुकी है।
डॉक्टर्स ने बच्चे की हालत में सुधार हो रहा है ये कहकर वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया था। वार्ड में शिफ्ट होने के बाद बच्चे की हालत काफी बिगड़ गई और वह बच नहीं पाया। वहीं KGMU के अधिकारियों का कहना है कि बच्चे की मौत निमोनिया के कारण हुई है।
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वहीं, मृतक की मां ने आरोप लगाया है कि बच्चे की मौत डॉक्टर्स के लापरवाही री वजह से हुई है। सैफ की मां के मुताबिक, उसके बच्चे के साथ तीन और बच्चे भी वार्ड में शिफ्ट किए जा रहे थे। शिफ्ट करते वक्त मना करने पर वॉर्ड बॉय ने उनको झिड़क दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि वॉर्ड बॉय ने सिंगल स्ट्रेचर पर एक ही आॅक्सिजन सिलिंडर से चारों बच्चों की नली जोड़ दी। जिसकी वजह से ऑक्सीजन सप्लाई ठीक से नहीं हुआ और तीनों बच्चों की मौत हो गई।
बता दें कि केजीएमयू में कर्मचारियों और एमबीबीएस छात्रों के बीच विवाद की वजह से वहां इलाज एकदम ठप सा पड़ गया है। गुरुवार को भी यहां सुबह साढ़े नौ बजे से शाम 6 बजे के बीच इलाज न मिलने से अयोध्या से आई लविता (13 माह) और कुशीनगर के जैनुलआबदीन (16) की मौत हो गई थी।
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